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    भंडारा. कोरोना की वजह से राज्य सरकार ने दो साल पूर्व मध्याह्न भोजन योजना यानी मिड डे मिल को रद्द कर दिया था. अब जब कोरोना की स्थिति नियंत्रण में आ चुकी है एवं जनजीवन सामान्य हो चुका है. जिले के कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को 15 मार्च से सभी स्कूलों में मध्याह्न भोजन मिल सकेगा.  इस संबंध में राज्य के शिक्षण संचालक दिनकर टेमकर ने 15 मार्च से स्कूल पोषण योजना के तहत स्कूलों से मध्याह्न भोजन बनाने के संबंध में सभी शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजा है.

    मार्च 2020 में हुआ था बंद

    स्कूल पोषण योजना के तहत स्थानिक स्वराज्य संस्था, शासकीय अनुदानित व अंशतः अनुदानित स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को मध्याह्न भोजन प्रदान किया जा रहा था. लेकिन मार्च 2020 में जैसे ही कोरोना का प्रकोप शुरू हुआ, स्कूलों को बंद कर दिया गया. नतीजा यह हुआ कि स्कूली पोषण योजना के तहत मिलने वाली खिचड़ी से छात्रों को वंचित होना पड़ा.  इसके समाधान के तौर पर राज्य सरकार ने कोरोना काल में 2 साल के लिए सूखा राशन जैसे चावल, दाल, चना एवं बिस्किट बांटे. इसके बाद अब  राज्य में कोरोना का प्रकोप नियंत्रण में आ गया है.

    कॉलेज से लेकर प्राइमरी तक के स्कूल भी चरणबद्ध तरीके से शुरू किए गए हैं. ऐसे में अब विद्यार्थी पौष्टिक भोजन से वंचित न रहें, इसके लिए कक्षा एक से आठवीं तक के सभी स्कूलों ने स्कूल पोषण भोजन तैयारी करना शुरू कर दिया है.

    शिक्षा विभाग को पत्र

    इस संबंध में राज्य के शिक्षण संचालक दिनकर टेमकर ने 15 मार्च से स्कूल पोषण योजना के तहत स्कूलों से मध्याह्न भोजन बनाने के संबंध में सभी शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजा है. शिक्षा अधिकारियों ने सभी स्कूलों को  निर्देश भेजा है. इसके अनुसार योजना को लागू करने एवं छात्रों को स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण में मध्याह्न भोजन प्रदान करने का भी निर्देश दिया गया है.

    मुख्याध्यापक  को यह सुनिश्चित करना होगा कि छात्रों को दोपहर का भोजन परोसने वाले रसोइयों एवं सहायकों को कोविड टीकाकरण की दोनों खुराक मिली हों. उनसे टीकाकरण के प्रमाण पत्र भी मांगने को कहा गया हैं. रसोइयों एवं सहायकों के लिए यह अनिवार्य होगा कि वे स्कूल में प्रवेश करने के बाद प्रतिदिन तापमान मापें एवं सिर ढक कर रखें.

    सोशल डिस्टेंसिंग

    शिक्षा विभाग ने यह भी कहा है कि छात्रों को खाना खिलाते एवं खिलाते समय सामाजिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा.

    छात्रों में खुशी का माहौल

    छात्रों में खुशी का माहौल है क्योंकि स्कूल शुरू हो चुकी है एवं अब दो साल बाद उन्हें अपने दोस्तों के साथ मिड डे मिल मिल सकेगा.