भंडारा (का). कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए केंद्र तथा राज्य दोनों की ओर से प्रयत्न किए जा रहे हैं. गरीब तथा मध्यमवर्गीय परिवारों को तालाबंदी की वजह से आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है. सरकार ने जीवनावश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया और आश्वासन के अनुरूप सभी जीवनाश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई भी जा रही है. सब्जी को जीवनावश्यक वस्तुओं की श्रेणी में रखा गया है, इसलिए सब्जी विक्रेताओं की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है.
मजबूरन अपनाया व्यवसाय
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के कारण अन्य सभी व्यवसाय बंद हैं, इसलिए अन्य व्यवसाय से जुड़े लोग भी सब्जी बेचकर अपना तथा अपने परिवार के लोगों का पेटभर रहें हैं. जो लोग सब्जी नहीं बेच पा रहे हैं, उन्होंने सब्जी की दूकान खोल रखी है. फल विक्रेता मुंह पर मॉस्क बांधकर फल बेच रहे हैं.
सब्जी विक्रेता सोशल डिस्टेसिंग का पालन तो कर रहे हैं, लेकिन सभी सब्जी वाले मुंह पर मास्क नहीं बांध रहे हैं. सब्जी तथा फल विक्रेताओं की इतनी बड़ी संख्या क्यों है, तो इसके जवाब में यह कहा जाता है कि चूंकि सब कुछ बंद है, इसलिए हम मजबूरन सब्जी बेच रहे हैं.