Maharashtra minister and Shinde faction leader Shambhuraj Desai
Photo: @ANI/Twitter

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मुंबई: शिवसेना (UBT) सांसद विनायक राउत (Vinayak Raut) के एक दावे ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल मचाकर रखा है।  महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने मंगलवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 22 विधायक और नौ सांसद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के ‘‘सौतेले व्यवहार” के कारण घुटन महसूस कर रहे हैं और वे पार्टी छोड़ सकते हैं। हालांकि विनायक राउत के दावे का शिंदे गुट के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री शंभुराज देसाई ने खंडन किया है।

‘विधायकों में कोई नाराजगी नहीं हैं, हम सभी पूरी तरह संतुष्ट’

मीडिया से बातचीत करते हुए विधायक शंभुराजे देसाई ने कहा कि विनायक राउत भविष्य देख सकते हैं क्या? उनको फेस रीडिंग आता है? वे कुछ भी बोलते हैं। उनकी बातों में कोई तथ्य नहीं है। विधायकों में कोई नाराजगी नहीं हैं, हम सभी पूरी तरह संतुष्ट हैं। देसाई ने कहा कि सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हम बढ़िया काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विनायक राउत इस तरह की बातें करते रहते हैं, हम उन पर ध्यान नहीं देते हैं।

महाराष्ट्र के मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि विनायक राउत ने भी मेरे बारे में इसी तरह के बयान दिए हैं। एक दिन पहले मैंने उन्हें दो दिन का समय दिया था। मैंने अपने कानूनी सलाहकार से बात की है। अगर वह मेरे खिलाफ अपना बयान वापस नहीं लेते हैं, तो उन्हें कानूनी कार्रवाई के लिए खुद को तैयार करना चाहिए। 

‘सामना’ के लेख में किया गया जिक्र 

‘सामना’ में मंगलवार को प्रकाशित लेख में कहा गया कि इस प्रकार की खबरें है कि शिंदे समूह के ‘‘22 विधायक और नौ सांसद भाजपा के सौतेले व्यवहार के कारण घुटन महसूस कर रहे हैं और वे इस गुट से बाहर निकलने की मन: स्थिति में हैं।” पार्टी ने कहा कि शिवसेना के सांसदों एवं विधायकों ने ठाकरे परिवार को ‘‘धोखा देकर” भाजपा से हाथ मिला लिया, लेकिन एक ही साल में उनका मोहभंग हो गया और उनके अलग होने की बात होने लगी है।

गजानन कीर्तिकर ने कहा था- हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है

मुंबई से लोकसभा के सदस्य कीर्तिकर ने शुक्रवार को कहा था, ‘‘हम राजग का हिस्सा हैं… इसलिए हमारा काम उसी हिसाब से होना चाहिए और (राजग) घटक दलों को (उपयुक्त) दर्जा मिलना चाहिए। हमें लगता है कि हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।”