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प्रतीकात्मक तस्वीर

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    खामगांव. उप अधीक्षक भूमि अभिलेख कार्यालय में खुले आम अनियमितता पाए जाने से हैं, आम नागरिकों के काम नहीं हो रही है. इस के विरोध में सामाजिक कार्यकर्ता नंदलाल भट्टड ने भूमि अभिलेख कार्यालय के सामने एक दिवसीय अनशन किया.

    खामगांव के नजूल शीट नं.35, प्लॉट नं.8 में के कुछ भाग पर शहर के समीर संचेती, प्रमोद अग्रवाल, विनय अग्रवाल, चंद्रकांत संघवी ने अकृषक आदेश लिए बिना नक्शे तैयार कर उप अधीक्षक भूमि अभिलेख कार्यालय में सन 2007 में सिर्फ नक्शे के आधार पर नापजोख की और 16 प्लॉटों का पंजीकरण किया है.

    इसके लिए सरकार के राजस्व में नामजोख शुल्क के तौर पर केवल 9 हजार रू. का भुगतान भी किया है. जिससे सरकार के अन्य विभागों को लाखों रूपयों का चुना लगाया गया है. अब करीबन 16 साल बाद मार्च माह में एक ही आखीव पत्रिका पर मतलब नमुना ड पर 1 से 16 प्लॉट दर्ज कराकर लिए एवं इस नमुना ड के आधार पर अब प्लॉट बिक्री करने का मार्ग खुल गया था.

    लेकिन उक्त मामला भट्टड के ध्यान में आते ही भट्टड ने पूरे दस्तावेज निकालकर संबंधित विभाग की ओर शिकायत दी. इस मामले के कारण मुख्याधिकारी, न.प. खामगांव ने 27 जुलाई 2021 को उक्त नोंद रद्द करने के लिए उप अधीक्षक, भूमि अभिलेख खामगांव को पत्र भी दिया है. लेकिन कार्रवाई न होने से नंदलाल भट्टड ने जिला अधीक्षक भूमि अभिलेख कार्यालय, बुलढाना के सामने एक दिवसीय अनशन किया.