सुधीर मुनगंटीवार-हंसराज अहीर (डिजाइन फोटो)
सुधीर मुनगंटीवार-हंसराज अहीर (डिजाइन फोटो)

Loading

चंद्रपुर: भाजपा (BJP) ने विश्वास जताते हुए महाराष्ट्र (Maharashtra Politics) के दिग्गज नेता सांस्कृतिक कार्य व मत्स्य व्यवसाय मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) को लोकसभा चुनाव का टिकट दे दिया है। भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के लिए चंद्रपुर-वाणी-अरनी लोकसभा क्षेत्र से मंत्री सुधीर मुनगंटीवार की उम्मीदवारी की घोषणा की है। जिसकी अब महाराष्ट्र की राजनीतिक गलियारों में  जोरों पर चर्चा है। 

जानकारी के लिए आपको बता दें कि चार बार के सांसद और पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर को पीछे छोड़कर यह सीट सुधीर मुनगंटीवार को दी गई है। आखिर इस सीट के लिए भाजपा ने सुधीर मुनगंटीवार को ही क्यों चुना ? आइए इसके बारे में विस्तार से जानते है… 

इच्छा नहीं होने पर भी BJP ने सौंपी जिम्मेदारी 

बता दें कि बीजेपी ने आज लोकसभा उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। जैसा की हम सब जानते है इस सूची में चंद्रपुर लोकसभा क्षेत्र से मुनगंटीवार को मौका दिया गया है। दरअसल इस बारे में मुनगंटीवार ने पहले ही साफ कर दिया था कि उनकी लोकसभा चुनाव लड़ने की कोई इच्छा नहीं है, लेकिन अगर पार्टी आदेश देगी तो वह मैदान में उतरेंगे।

Sudhir Mungantiwar, Lok Sabha Elections 2024
सुधीर मुनगंटीवार (फाइल फोटो)

राज्य में रोकने का प्रयास

इतना ही नहीं बल्कि मंगलवार को विकास कार्यों के भूमिपूजन और लोकार्पण समारोह के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से अनुरोध किया था कि मैं लोकसभा नहीं लड़ना चाहता, अब आप मुझे राज्य में रोकने का प्रयास करें। हालांकि, बीजेपी पार्टी के नेताओं ने मुनगंटीवार को उम्मीदवार बनाया है। जिससे साफ तोर पर नजर आता है कि भाजपा राज्य से केंद्र में भेजने के लिए मुनगंटीवार को उस काबिल समझती है। 

BJP में मुनगंटीवार का शानदार काम 

अब सवाल उठता है कि आखिर चार बार के सांसद और पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर को टिकट न देते हुए भाजपा ने सुधीर मुनगंटीवार को टिकट क्यों दिया? तो आइए जानते है इस बारे में विस्तार से… 

दरअसल सुधीर मुनगंटीवार ने साल 1995 में अपना ध्यान चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र पर केंद्रित कर दिया। 1995 के विधानसभा चुनाव में मुनगंटीवार ने राज्य के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता शाम वानखेड़े को हराया। इसके बाद मुनगंटीवार ने कभी राजनीति में पीछे मुड़कर नहीं देखा। जी हां सुधीर मुनगंटीवार राजनीति की सीढ़ियां एक-एक करके ऊपर चढ़ती गए। इसके बाद 1999 में गठबंधन सरकार के दौरान वह छह महीने के लिए संस्कृति मंत्री बने। 

इसके बाद उन्होंने 2004, 2009, 2014, 2019 जैसे लगातार चुनाव जीते। निर्वाचन क्षेत्र पुनर्गठन में, पिछले तीन विधानसभा चुनावों में उन्होंने बल्लारपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। राज्य मंत्रिमंडल में वित्त मंत्री और वन मंत्री के रूप में सफलतापूर्वक कार्य किया। उन्होंने महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष के रूप में भी सफलतापूर्वक कार्य किया है। ऐसे में अब कहा जा रहा है कि इस तरह पार्टी के लिए उनके योगदान को देखते हुए उन्हें यह लोकसभा टिकट दी गई है। 

Sudhir Mungantiwar
सुधीर मुनगंटीवार (फाइल फोटो)

इस वजह से मुनगंटीवार को चुना 

आपको बता दें कि यह लगभग तय हो गया था कि मुनगंटीवार को लोकसभा नामांकन मिलेगा। फिर भी पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर उम्मीदवारी के लिए दिल्ली में बैठे थे। हालांकि अहीर को टिकट नहीं मिल सका। मंगलवार शाम को जैसे ही मुनगंटीवार के नाम की घोषणा हुई अहीर समर्थकों में आक्रोश फैल गया। जानकारी के लिए आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में अहीर 44 हजार वोटों से हार गए थे। इस सीट से भाजपा में वापसी के लिए मुनगंटीवार को मैदान में लाया गया है। यह तो वक्त ही बताएगा कि मुनगंटीवार यहां से बीजेपी को जीत दिलाएंगे या फिर असफल भी होंगे।