Sudhir Mungantiwar
सुधीर मुनगंटीवार (फाइल फोटो)

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चंद्रपुर. पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि उनका लोकसभा चुनाव लड़ने की कतई इच्छा नहीं है. हालांकि, यदि पार्टी का आदेश होगा तो वे अवश्य ही चुनाव लड़ेंगे. ‘मैंने मेरी भावनाएं पार्टी हाईकमान को बता दी है. अब पार्टी जो निर्णय लेगी, वह सर्वोपरि होगा.’ वे यहां श्रमिक पत्रकार भवन में सोमवार को आयोजित मिट द प्रेस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि जिले को हर क्षेत्र में अव्वल बनाने का उनका लक्ष्य है. इसके लिए उन्होंने 5 सेक्टर कृषि, सिंचाई, स्कील डेवल्पमेंट, पर्यटन, उद्योग पर विशेष ध्यान दिया है.

कृषि क्षेत्र में बांधों का निर्माण, मालगुजारी तालाबों का पुनर्विकास, कृषि महाविद्यालय, किसानों की आय के लिए गोदाम व्यवस्था होगी. किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं, उन्हें बांस खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. स्कील डेवल्पमेंट के दिशा में 62 प्रकार के कौशल अभ्सासक्रम शुरू किए जाएंगे.

बांस रिचर्स सेटर और गोंडवाना के साथ संयुक्त प्रयास किया जाएगा. आईटीआई को अधिक निधि दी जाएगी. इसी तरह इंजीनियरिंग कालेज और गोंडवाना विवि के संयुक्त प्रयासों से डिग्रीधारकों के लिए योजना है. सिंचाई क्षेत्र के लिए कुओं का निर्माण, मामा तालाबों का पुनर्विकास और बांध बनाने पर जोर दिया जाए. पर्यटन की दिशा में दो फाइव स्टार होटलों ने यहां पर्यटकों के लिए रुचि दिखाई है. यहां सिंगापुर की तर्ज पर न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया के वन्यजीव ताड़ोबा में नजर आएंगे. विदेशी पर्यटकों के लिए ताड़ोबा-सैनिक स्कूल-बॉटनिकल गार्डन पैकेज होगा. इसमें रोजगार के काफी अवसर उपलब्ध होंगे.

उद्योग क्षेत्र में फ्लायएश का सुनियोचित संयोजन करने का काम होगा. नये उद्योग स्थापित होंगे. प्रस्थापित उद्योगों ने यहां उद्योग स्थापित करने की रुचि दिखाई है. उन्होंने कहा कि शिक्षण के क्षेत्र में उनका विशेष ध्यान है. ग्रामों में आधुनिक अभ्यासिका उपलब्ध करायी जा रही है. बाबूपेठ में स्थित एक सरकारी स्कूल को प्रधानमंत्री योजना में सम्मिलित किए जाने के बाद यह स्थिति है. दाखिले के लिए होड़ मची हुई है. चंद्रपुर शहर का यातायात समस्या के संदर्भ में कहा कि ऐसी समस्या पूरे विश्व में व्याप्त है. बड़े शहरों में नागरिक ऐसी समस्याओं से जूझ रहे हैं.

नए चंद्रपुर को विकसित करना आवश्यक

जटपुरा गेट की जाम की ऐसी ही गंभीर समस्या है, जिसका समाधान संभव नहीं है. इससे निपटने के लिए बाईपास मार्ग, रिंगरोड जैसे उपाय ही एकमात्र विकल्प हैं. नये चंद्रपुर को विकसित किये जाने से कुछ हद तक यातायात समस्या का समाधान होगा.

कुछ कार्यों के विरोध के संदर्भ में उन्होंने का कहा कि विरोधियों का अधिक होना भी यह साबित करता है कि आप काम अच्छा कर रहे हैं. उनका कोई शत्रु नहीं है. जिन्होंने शत्रुता दिखाई या तो समाप्त हो गए या फिर वे उनके साथ आकर बैठ गए. जनता के लिए काम कर रहे हैं और जनता का आशीर्वाद उनके साथ है.