Buffalo chased the tiger, incident captured in CTPS camera

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चंद्रपुर. चंद्रपुर महाऔष्णिक विद्युत केन्द्र पट्टेदार बाघों के लिए दुनिया भर में प्रसिध्द ताड़ोबा- अंधारी बाघ परियोजना से सटा होने से यहां अक्सर सीटीपीएस परिसर में बाघ नजर आते है. यहां बाघ, तेंदूए, भालू के आगमन को देखते हुए सीटीपीएस प्रबंधन द्वारा व्यापक प्रबंधक किए गए है. यहां जगह जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गए है. ऐसे एक सीसीटीवी कैमरे में मंगलवार दोपहर  3.30 बजे की एक घटना कैद हुई जिसमें भैस के झूंड पर एक बाघ ने हमला किया परंतु भैस के झुंड ने बाघ को ही जंगल की ओर खदेडने के लिए मजबूर कर दिया. सीसीटीवी में कैद हुआ यह विडिओ सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.

विडीओ में देखा जा रहा है बीच रास्ते से जा रही भैस के झूंड पर हमला करते हुए बाघ ने एक छोटे शावक को अपने जबडों में दबाकर भागने का प्रयास किया परंतु उसका यह प्रयास सफल हो पाता अन्य भैस बाघ पर टूट पड़ी. भैस के झूंड के रौद्र रूप को देख बाघ ने जंगल की ओर भगाने में अपनी भलाई समझी.

पिछले साल तो यहां सीटीपीएस में बाघ और तेंदूए ने आतंक मचा रखा था और यहां इनके हमले में 4 लोगों को अपनी जान गंवानी पडी थी. बाघिन और उसके पांच शावकों के विचरण करने का विडिओ भी काफी वायरल हुआ था. एक सीटीपीएस कर्मी पर बाघ के हमले और उसके साथियों द्वारा उसकी जान बचाने का विडिओ वायरल हुआ था. सीटीपीएस में बाघ, तेंदूए और भालू को कालोनी परिसर तक लोगों ने कई घुमते देखा है. लगातार हो रहे हमलों को देखते हुए सीटीपीएस प्रबंधन ने यहां झाडियों को हटाकर कर फेन्सिंग की इसके बावजूद छिपे रास्ते से बाघ, तेंदूए और भालू का यहां प्रवेश बदस्तूर जारी है.

बाघ के भैस के झूंड पर हुए हमले की ताजा घटना ने यहां कालोनी में रहनेवालों के लिए और भी दहशत निर्माण कर दी है. क्योकि भीषण गर्मी में जलस्त्रोतों के सूखने और शिकार नहीं मिलने पर हिंसक प्राणी शहरी क्षेत्र की ओर कूच करते है. और मानव_ वन्यजीव संघर्ष काफी बढ जाता है. इसलिए बाघ के आगमन को देखते हुए यहां तुरंत उपाययोजना किए जाने की मांग उठ रही है.