पिकनिक को गए विद्यार्थियों को विषबाधा, 11 विद्यार्थी एवं अन्य अस्पताल में भर्ती

    Loading

    • अभिभावकों का आरोप बिना अनुमति से ली पिकनिक
    • पालकमंत्री ने दिए जांच के आदेश

    गोंडपिपरी: तहसील के चेक बोरगांव की जिला परिषद प्राथमिक स्कूल की शैक्षणिक पिकनिक समीपस्थ के वनक्षेत्र में बने उद्यान में गई थी. यह पिकनिक अभिभावकों को बिना पूछे ही रखी गई थी. इसमें भोजन उपरांत 11 विद्यार्थियों एवं एक अन्य ऐसे 12 लोगों की अचानक तबीयत बिगडने से उन्हें तुरंत ग्रामीण अस्पताल गोंडपिपरी में भरती किया गया है.

    चेक बोरगांव की जिला परिषद स्कूल की शैक्षणिक पिकनिक समीपस्थ के खरालपेठ जंगल में स्थित उद्यान में रखी गई थी. साथ ही चिकन का स्नेहभोजन रखा गया था. मात्र इस पिकनिक के लिए किसी भी विद्यार्थी के अभिभाव से नियमानुसार अनुमति नहीं ली गई. शासकीय नियमों के अनुसार पिकनिक के पूर्व स्कूल प्रबंधन समिति को प्रस्ताव लेना होता है. शिक्षणाधिकारी के पास प्रस्ताव भेजकर उनकी अनुमति लेनी होती है. परंतु स्कूल के शिक्षकों ने अपनी मर्जी से ही यह पिकनिक तय कर ली.

    पहली से चौथी कक्षा के विद्यार्थियों को पढाने के लिए यहां दो शिक्षक कार्यरत है. पिकनिक में 52 विद्यार्थी शामिल थे. इसमें गांव के एक 22 वर्षीय युवक सुमेध बक्षी को मदद के लिए शिक्षकों ने अपने साथ लिया था. पिकनिक के दौरान भोजन करने के बाद 11 लोगों की हालत बिगड गई. उन्हें उलटी और दस्त होने लगी. उन्हें उपचार के लिए तुरंत गोंडपिपरी के ग्रामीण अस्पताल पहुंचाया गया. 

    प्रभावितों में भारती आत्राम, श्रावणी शेंडे, टीना बोरकुटे, खुशाल बोरकुटे, सतीश वेलादी, रूद्रसनी वेलादी, क्रिश वेलादी, आदित्य वेलादी, संस्कार झाडे, पारस झाडे और सुमेध बक्षी का समोवश है. 

    पिकनिक में कुल 52 विद्यार्थी, दो शिक्षक और अन्य तीन लोग कुल 57 लोगों ने भोजन किया परंतु इनमें से  ग्यारह लोगों को ही विषबाधा होने को लेकर आश्चर्य जताया जा रहा है. इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग अभिभावकों ने की है.

    पालकमंत्री ने जांच के आदेश

    गोंडपिपरी के चेक बोरगांव के जिला परिषद के विद्यार्थियों को विषबाधा के मामले को गंभीरता से लेते हुए पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने जांच के आदेश दिए है.इस मामले की तत्काल जांच कर इसकी रिपोर्ट पेश करने के निर्देश पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने जिलाधिकारी, उपविभागीय अधिकारी, तहसीलदार को दिए है. इस संदर्भ में तहसीलदार का कहना है कि भरती सभी विद्यार्थियों की तबीयत में सुधार है. अन्य विद्यार्थी भी अपने घरों में स्वस्थ्य है. उनकी भी स्वास्थ्य जांच की जा रही है.