लंबे अरसे बाद स्कूलों में गूंजा छोटे बच्चों का शोर, ग्रामों में प्राथमिक स्कूले प्रारंभ

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    • शहरों में कलेक्टर के आदेश की प्रतीक्षा

    चंद्रपुर. जून से शुरू हुए नये शैक्षणिक सत्र के बाद पूरे छह माह की प्रतीक्षा के बाद आखिरकार प्राथमिक स्कूलों के विद्यार्थियों को अपने स्कूली बैग लेकर तामझाम के साथ स्कूलों में कदम रखने का मौका मिला. विशेषकर पहली बार स्कूल में कदम रखने पहली कक्षा के बच्चों के खुशी का ठिकाना नहीं था.

    महाराष्ट्र शासन के निर्देश के तहत कोरोना नियमों के अधीन रहेंकर आज जिले भर के ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी प्राथमिक स्कूलों को शुरू किया गया. पहले दिन लगभग सभी स्कूलों में विद्यार्थियों की अच्छी खासी उपस्थिति रही. वहीं शहरी क्षेत्र की सरकारी एवं निजी स्कूलों में अब भी प्राथमिक स्कूल कक्षा पहली से लेकर चौथी के बच्चों का प्रवेश निषेध्द है. 

    कोरोना के खतरे को देखते हुए  इस साल भी अप्रैल में लॉकडाऊन लगाया गया था. कोरोना के कम होते असर को देखते हुए 15 जुलाई से ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षा आठवीं से लेकर 12 वीं के विद्यार्थियों की कक्षाएं शुरू की गई थी. वहीं कुछ समय बाद कक्षा 5 वीं से लेकर सातवीं के बच्चों को भी स्कूलों में पढाया जाने लगा था. परंतु कक्षा पहली से लेकर चौथी के प्राथमिक स्कूलों को ताला लगा हुआ था. कक्षा पहली से लेकर कक्षा चौथी के विद्यार्थियों को अपने घरों में ही रहेंकर ऑनलाईन पढाई करनी पड़ रही थी. परंतु इसका कुछ खास असर नजर नहीं आ रहा था.

    एक तो स्मार्टफोन इस्तेमाल करने की उम्र ना होने और अधिकांश परिवार अत्यंत गरीब और अशिक्षित होने से बच्चों का अधिकांश समय बिना पढाई किए ही दिन भर खेल कूद में बीत रहा था. पिछले छह माह से जिन बच्चों ने कभी स्कूल की पुस्तक को हाथ नहीं लगाया था. आज उन्हें अपने स्कूल बैग लटकाये स्कूल पहुंचना पड़ा. इसमें अधिकांश विद्यार्थी काफी उत्साहित नजर आये.स्कूलों में शिक्षकों की पूर्ण उपस्थिति रही.

    सभी स्कूलों में रही पूर्ण उपस्थिति- प्राथमिक शिक्षणाधिकारी

    जिले के प्राथमिक शिक्षणाधिकारी दीपेंद्र लोखंडे ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की कुल 1200 प्राथमिक स्कूलों में लगभग 1 लाख 70 हजार विद्यार्थियों की उपस्थिति रही. शिक्षकों की पूर्ण उपस्थिति रही. शहरी क्षेत्र में जिलाधिकारी के आदेश के उपरांत ही प्राथमिक स्कूलें प्रारंभ हो पाएंगी. 

    नागभीड़ में बच्चों में दिखा उत्साह

    नागभीड़ संवाददाता अनुसार तहसील में कक्षा पहली से चौथी की ग्रामीण क्षेत्र में 100 स्कूलें है जो कि सभी की सभी शुरू हो चुकी है. कुल  6386 विद्यार्थियों में से  5393  विद्यार्थी उपस्थित रहे. जबकि शिक्षक 285 सभी उपस्थित थे. शहरी क्षेत्र में कक्षा पहली से सातवी तक की कुल 10 स्कूलों में  678 विद्यार्थियों में से  594 विद्यार्थी मौजूद थे. जबकि सभी 26 शिक्षकों की उपस्थिति रही.