सागौन तस्करी मामले में  11 लोगों पर वन मामले दर्ज, अज्ञात तीन ते चार आरोपियों का समावेश

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    गडचिरोली. सिरोंचा वनविभागांतर्गत आनेवाले आसरअल्ली परिसर में 7 मार्च को सागौन तस्करी करनेवाले वाहन पर कार्रवाई की गयी थी. इस मामले में अब तक 11 लोगों पर वनअपराध दर्ज कर 3 से 4 अज्ञात आरोपी होने की जानकारी प्राप्त हुई है.

    आसरअल्ली परिसर में सुबह के दौरान एक वाहन से 50 सागौन लकडे की यातायात होते हुए वनविभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई की थी. यह मामला वनविभाग की दृष्टी से महत्वपूर्ण था. इस मामले में वनकर्मचारियों को धमकी भी देने की चर्चा शुरू थी. अंतत: सिरोंचा वनविभाग के अधिकारियों ने पहल करते हुए इस मामले को गंभीरता से लेकर खोजबिन शुरू की है. इसमें अब तक 11 लोगों पर वनअपराध दर्ज कर तलाशी शुरू की है. इसमें अब तक 11 लोगों पर वनअपराध दर्ज किया गया है.

    इस मामले में कुछ आरोपी तेलंगाणा राज्य के होकर शासकीय सेवा में कार्यरत होने की जानकारी है. उन्हें गिरफ्तार करने अब तब दो बार वनविभाग का दल तेलंगाणा गया. मात्र आरोपी नही मिलने से उन्हें गिरफ्तार  करने वरिष्ठ स्तर पर प्रयास शुरू होने की जानकारी वनविभाग के सुत्रो से मिली है. वनअपराध दर्ज किए गए आरोपीयों में से अब तक 5 लोगों की मौका जांच की गयी है तो शेष आरोपियो की कडाई से जांचपडताल शुरू है.

    मुख्य सूत्रधार की तलाश में वनविभाग  

    यह बडा मामला होने से वनविभाग के अधिकारी अत्यंत गंभीरता से मामले को संभाल रहे है. मात्र इस मामले में मुख्य सुत्रधार को हिरासत में लेने संबंधी वरिष्ठ स्तर से हलचल शुरू होने की जानकारी है. इसी प्रकार से इसके पूर्व भी सागौन लकडे की यातायात हो रही थी क्या? इस संबंधी भी वनविभाग जांच करेगा क्या ? ऐसा सवाल उपस्थित किया जा रहा है.

    जांच नाके के अभाव में तस्करी जोरो पर  

    सिरोंचा तहसील से आंतरराष्ट्रीय महामार्ग शुरू होकर इंद्रावति नदी पर पुलिया और प्राणहिता नदी पर पुलिया और गोदावरी नदी पर पुलिया होने से आंतरराष्ट्रीय यातायात शुरू है. मात्र सिरोंचा-आलापल्लीमार्ग के गुड्डीगुडम गाव के समीप वनविभाग का जांच नाका सिरोंचा तहसील के चिंतालपल्ली के समीप स्थलांतरीत होने से सिरोंचा से आलापल्ली मार्ग पर किसी भी प्रकार का और किसी भी विभाग का जांच नाका नही होने से छत्तीसगढ राज्य से व्हाया सिरोंचा मार्ग से अहेरी तहसील के वांगेपल्ली के समीप प्राणहिता नदी पर पुलिया होने से तस्कारों को तस्करी करना सरल हुआ है.

    मात्र इंद्रावती नदी के किनारे पर छत्तीसगढ और महाराष्ट्र राज्य की सीमा पर दोनो राज्य के प्रशासन की ओर से जांच नाका नही है. तथा अहेरी तहसील के वांगेपल्ली पुलिया के समीप महाराष्ट्र व तेलंगाणा सीमा पर ना पुलिस विभाग ना वनविभाग का कोई जांच नाका नही होने से सिरोंचा तहसील से सीधे सिरोंचा- अहेरी-वांगेपल्ली-गुडेम-कागजनगर व्हाया तेलंगाणा राज्य में सिरोंचा तहसील का मौल्यवान सागौन तस्करी होने की चर्चा है.