बिजली की समस्या से अस्पताल के मरीज हुए त्रस्त, कोरची ग्रामीण अस्पताल का मामला

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    कोरची. कोरची तहसील मुख्यालय स्थित ग्रामीण अस्पताल का कार्य विभिन्न कारणों के चलते हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है. ऐसे में पिछले 15 दिनों से ग्रामीण अस्पताल में बिजली की समस्या काफी गंभीर हो गयी है. जिसके कारण अस्पताल में भर्ती मरीज और उनके परिजनों को भारी त्रासदि का सामना करना पड़ रहा है.

    विशेषत:  रात के समय बार-बार बिजली आपुर्ति बंद होने से मरीजों को अंधेरे में रहने की नौबत आन पड़ी है. वर्तमान स्थिति में इस अस्पताल में विभिन्न बिमारियों से ग्रस्त करीब 27 मरीज भर्ती होकर उपचार ले रहे है. उन्हें बिजली के अभाव में परेशानियां उठानी पड़ रही है. जिससे कोरची ग्रामीण अस्पताल के कार्य को लेकर सवाल उठाए जा रहे है. 

    नसबंदी हुए मरीज अंधेरे में 

    कोरची ग्रामीण अस्पताल में दो दिन पहले 14 महिला और 10 पुरूष ऐसे 24 नसबंदी शल्यक्रिया की गई है. वहीं सभी मरीजों को शल्यक्रिया करने के बाद आंतररूग्ण कक्ष में रखा गया है. लेकिन उक्त कक्ष की बिजली व पंखे बंद अवस्था में होने के कारण संबंधित मरीज पुरी तरह त्रस्त हो गये है. विशेषत: कुछ दिन पहले लाखों रूपये खर्च कर अस्पताल में बिजली कनेक्शन जोड़ा गया. वहीं लाखों रूपये खर्च कर दूसरे सोलर बॅटरी का काम किया गया. लेकिन इस कार्य भी घटिया दर्जे का होकर वरिष्ठों की अनदेखी होने की बात कही जा रही है.

    बिजली कनेक्शन जोडऩे मामले की जांच करें: अग्रवाल

    अन्याय, अत्याचार, भ्रष्टाचार विरोधी समिति के तहसील अध्यक्ष आशिष अग्रवाल ने कहां कि, कुछ वर्ष पहले इस अस्पताल में 80 बॅटरी व 160 सौर प्लेट लाखों रूपये खरीदी कर खर्च किए गए है. लेकिन उक्त बॅटरी व सौरप्लेट खराब होने से बिजली कनेक्शन नहीं जोड़ा जा सकता था. कुछ दिन पहले लाखों रूपये खर्च कर अस्पताल में बिजली कनेक्शन जोड़ा गया. वहीं लाखों रूपये खर्च कर दूसरे सोलर बॅटरी का काम किया गया. यह कार्य भी घटिया दर्जे का होकर इस मामले की जांच करने की मांग उन्होंने की है.