Lakhs of dust are building, awaiting the launch of Revenue Board Office for 3 years
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गड़चिरोली. पेंढ़री स्थित राजस्व मंडल के कार्यालय की इमारत बिजली के अभाव में विगत 3 वर्षों से धूल खा रही है. प्रशासकीय दृष्टि से सुविधाजनक हो इस उद्देश्य से इमारत के लिए सरकार ने लाखों रुपयों की निधि खर्च किया है. केवल बिजली बिल का भुगतान नहीं होने के कारण इमारत शोपीस बन गई है. 

 40 से अधिक गांवों का कारभार
धानोरा तहसील का अतिदुर्गम क्षेत्र के रूप में पेंढरी परिसर पहचाना जाता है. पेंढ़री राजस्व मंडल अंतर्गत 40 से 50 गांवों का समावेश है. 4 साझा से किसानों का कारभार संभाला जाता है. पेंढरी राजस्व मंडल अंतर्गत पेंढरी, चिंचोडा, पयडी, गट्टा 4 सांझे तथा इनके अंतर्गत पेंढरी, ढोरगट्टा, रेचा, खरगी, पयड़ी, झाड़ीपापड़ा, दुर्गापुर, बोटेहूर, रोपीनगट्टा, सोमलपुर, पेकीनमुड़झा, सावंगा, कामनगड, कामथेला, मुंगनेर, चिमरीकल, बोथिन, अलकणार, पावरवेल, पुलखल आदि समेत 40 से अधिक गांवों का कारभार चलाया जाता है. 

बिजली बिल का नहीं किया भुगतान
प्रशासकीय कामकाज की दृष्टि से सरकार ने लाखों रूपये खर्च कर 3 वर्ष पूर्व प्रशस्त इमारत निर्माण की गई. बकाया बिजली बिल के कारण उक्त इमातर अब भी उद्धाटन की प्रतीक्षा में है. संबंधित ठेकेदार ने निर्माणकार्य करते समय बिजली का व्यापक मात्रा में इस्तेमाल किया. निर्माणकार्य होने के पश्चात ठेकेदार ने बिजली बिल का भुगतान नहीं करने से बिजली वितरण विभाग ने कार्यालय को बिजली आपूर्ति करने से इंकार करने की जानकारी है.

इसी कारणवश इमारत का विगत 3 वर्षों से हस्तांतरण रूका हुआ है. फिलहाल इस राजस्व मंडल का कारभार पेंढरी गांव के मुख्य चौक में स्थित पूर्व के झुणका भाकर केंद्र में चलाया जा रहा है. उक्त इमारत आकार से कम चौड़ी व जिर्ण अवस्था में है. बरसात के दिनों में पानी टपकने के कारण यहां कार्यरत राजस्व विभाग के कर्मियों के साथ ही विभिन्न कार्य लेकर आने वाले किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिससे उक्त कार्यालय का स्थानांतरण करने की मांग की जा रही है.