- मारोडा जंगल परिसर की घटना
गड़चिरोली. गड़चिरोली तहसील में आतंक मचानेवाले बाघ का बंदोबस्त करने के लिए एक ओर वनविभाग का आरआरटी दल निरंतर प्रयास कर रहा है. ऐसे में इस दल के हाथ बाघ नहीं लग रहा है. इसी कालावधि में तहसील के मारोड़ा जंगल परिसर में गुरूवार की शाम के दौरान तेंदुए का शव मिला है. जिससे वनविभाग में खलबली मची है.
जिला मुख्यालय होनेवाले गड़चिरोली तहसील में विगत कुछ माह से बाघ ने आतंक मचाया है. आदमखोर बाघ ने अबतक 15 लोगों की जाने ली है, वहीं सैंकड़ों मवेशियों को अपना निवाला बनाया है. बाघ के साथ ही जिले के कुछ क्षेत्र में तेंदूए ने भी अपनी दहशत निर्माण की है. इन हिंसक श्वापदों को पिंजरे में कैद करने के लिए वनविभाग निरंतर प्रयास कर रहा है. जिसके चलते जिले में आरआरटी दल भी दाखिल हुआ हे. किंतू अबतक आदमखोर श्वापदों को पकड़ने में सफलता नहीं मिली है.
इसी कालावधि में गुरूवार को शाम 4 बजे के दौरान वनविकास महामंड़ल के पोर्ला वनपरिक्षेत्र में आनेवाले गडचिरोली तहसील के मारोडा जंगल परिसर में तेंदुआ मृत अवस्था में पाया गया है. सहाय्यक वनसंरक्षक सोनल भडके, वनपरिक्षेत्र अधिकारी पेंदाम, क्षेत्र अधिकारी कन्नमवार ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले का पंचनामा किया. वहीं तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. समाचार लिखे जाने तक रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई थी.
प्राकृतिक मृत्यू की संभावना ?
घटनास्थल पर के निरीक्षण के दौरान तेंदुए के बाह्य क्षेत्र में कोई जख्म नहीं दिखाई दिए. जिससे तेंदुए की मृत्यू प्राकृतिक रूप से होने का प्राथमिक अनुमान जाताया जा रहा है. मात्र पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही तेंदुए के मृत्यू का कारण पतां चलनेवाला है.