आपदा से निपटने की तैयारी शुरू, जिले में जगह जगह आपदा प्रबंधन अंतर्गत प्रात्यक्षिक

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    गड़चिरोली. बरसात के दिनों में प्रतिवर्ष जिले के कुछ नदीयों को बाढ आने से अनेक गांवों को बाढ़ का फटका लगता है. खासकर दक्षिण गड़चिरोली के 6 तहसीलों के सर्वाधिक गांवों को इस बाढ़ की स्थिती का सामना करना पड़ता हे. जिससे इस कालावधि में संभवित खतरा टालने के लिए जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने कमर कसी है. जिसके तहत बचाव पथक द्वारा जिले में जगह जगह आपदा ने निपटने का अभ्यास किया जा रहा है. जिससे प्रात्यक्षिक द्वारा नागरिकों को मार्गदर्शन किया जा रहा है. 

    बचाव कार्य के लिए 25 बोट उपलब्ध

    बाढ़ में फंसे नागरिकों को बचाने के लिए जिले में 14 रबर बोट तैयार है. साथ ही कुछ बोट की मरम्मत शुरू है. वहीं हाल ही में हुए बैठक में पालकमंत्री ने जिले के लिए और 5 बोअ खरीदी करने को मंजूरी दी है. जिससे इस वर्ष करीबन 25 बोट उपलब्ध रहने की संभावना है. 

    राजस्व यंत्रणा तत्पर 

    इस वर्ष जिले के 1688 गांवों में से 212 गांवों का बारिश के दौरान संपर्क टूटने की संभावना व्यक्त की जा रही है. इसमें जिले के दक्षिण विभाग के 6 तहसील के सर्वाधिक गांवों का समावेश है. उस दृष्टि से राजस्व यंत्रणा तत्पर हुई है. इन गांवों में राशन साठा, दवा व बचाव दस्ते को सतर्क रखा गया है. 

    वैनगंगा नदी तट पर प्रात्यक्षिक

    प्रतिवर्ष अतिवृश्टि के कारण वैनगंगा नदी तट पर स्थित गांवों को भयावह बाढ का सामना करना पड़ता है. उक्त संभावित खतरा टालने के लिए आज मार्कंडादेव में स्थानीय तहसील कार्यालय अंतर्गत नागपुर के राज्य आपदा प्रबंधन प्रतिसाद दल के दस्ते द्वारा वैनगंगा नदी तट पर आपदा से निपटने हेतु तालीम व  प्रात्याक्षिक दिखाया गया. 

    इस समय नागपूर के राज्य आपदा प्रबंधन प्रतिसाद दल के वरीष्ठ अधिकारी समदेशक पंकज डाहाने, सहाय्यक समादेशक बादल बिस्वास, तहसीलदार संजय नागटिलक, पंस के सहाय्यक गुटविकास अधिकारी बी. बी. वानखेडे, पुलिस निरीक्षक बिपिन शेवाले, सरपंच उज्वला गायकवाड, मंड़ल अधिकारी तारेश फुलझेले, पुलिस पटेल, पटवारी, ग्रामसेवक, पुलिस कर्मी, कोतवाल, ग्रामीण उपस्थित थे. इस समय बादल बिश्वास व पंकज डहाने, पुलिस निरीक्षक बिपीन शेवाले ने बाढ़ की स्थिती निर्माण होने पर कौनसे उपाय करे, किस साधन का उपयोग करना चाहिए, इसकी जानकारी देते हुए जीवित व वित्त हानी टालने के लिए स्थानीय आपदा प्रबंधन दल सतर्क रहकर नागरिकों को सहयोग करे, ऐसा मार्गदर्शन किया. इस समय बोतल, घडा, बांस, बोट से नागरिकों को पानी से बचाव करने संदर्भ का प्रात्यक्षिक दिखाया गया. 

    खैरी में येथे मॉकड्रील

    कुरखेडा (सं). कुरखेडा आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से तहसील के खैरी में प्राकृति आपदा अंतर्गत मॉकड्रील प्रयोग किया गया. कुरखेड़ा के तहसीलदार सोमनाथ माली के नेतृत्व में तहसील के खैरी में दस्ते अंतर्गत मॉकड्रील किया गया. इस समय खैरी के तालाब में आपतकालीन स्थिती में पानी में डूबते नागरिक को बचाने व तहरने का प्रयोग किया गया. इस समय मंड़ल अधिकारी लोमेश उसेंडी, ग्रामसेवक एल. के. डोंगरवार, उपसरपंच दिलीप गायकवाड, ग्रापं सदस्य गोपाल मेश्राम, कढोली मंड़ल के सभी पटवारी, आपदा प्रबंधन लिपीक इंद्रकुमार चौधरी, प्रफुल सुरनकर, तहसील के सभी विभाग प्रमुख, कोतवाल दामोधर नाकाडे समेत ग्रामीण उपस्थित थे. 

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    30 जीजीपी 24- 

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