Bribery
रिश्वतखोरी

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  • 72 लाख का जुर्माना कम करने मांगी 10 लाख की रिश्वत

गड़चिरोली. सड़क निर्माणकार्य पर पकड़े गए वाहनों पर लगाया 72 लाख का जुर्माना कम करने के लिए 10 लाख की रिश्वत मांगनेवाले वनपरिक्षेत्र अधिकारी को एन्टी करप्शन ब्युरो विभाग ने 4 जनवरी को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. गुरूवार को दरेरात तक एन्टी करप्शन ब्युरों द्वारा चलाएं गए कार्रवाई में वनविभाग का अधिकारी फंसने से वनविभाग में खलबली मची है. रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुए वनपरिक्षेत्र अधिकारी का नाम प्रमोद आनंदराव जेनेकर है. वह आलापल्ली वनविभाग अंतर्गत आनेवाले पेरमिली में वनपरिक्षेत्र अधिकारी के रूप में कार्यरत था. उसने भ्रष्टाचार की चरमसीमा पर करने से ही उसे सबक मिलने की बात कहते हुए नागरिकों में उक्त अधिकारी की गिरफ्तारी चर्चा का विषय बनी थी. 

प्राप्त जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता यह ठेकेदार है. उसका पेरमिली वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेाले तुमरगुंडा से कासमपल्ली तक सड़क निर्माण का कार्य शुरू था. कुछ दिन पूर्व इस कार्य पर के वाहन वनपरिक्षेत्र अधिकारी प्रमोद जेणेकर ने पकड़े थे. वह वाहन छोडने के लिए व लगाया गया 72 लाख का जुर्माना कम करने के लिए उसने 10 लाख रूपयों के रिश्वत की मांग की थी. समझौंते के बाद 5 लाख रूपये देने का तय हुआ. लेकिन शिकायतकर्ता को रिश्वत देने की इच्छा नहीं होने से उसने इस संदर्भ में एन्टी करप्शन ब्युरो की ओर शिकायत की. जिसके तहत 4 जनवरी को जाल बिछाया गया.

इस दौरान एसीबी के दस्ते ने वनपरिक्षेत्र अधिकारी प्रमोद जेणेकर को 5 लाख रूपये स्विकारते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया. बतां दे कि, प्रमोद जेनेकर का कार्यकाल विशेष चर्चा का विषय बना था. इससे पूर्व वे गड़चिरोली जिला मुख्यालय पर कार्यरत थे. इसके बाद उन्हे वनपरिक्षेत्र अधिकारी के रूप में पदोन्नती पर पेरमिली में तबादला किया गया था. वहां पदभार संभालते के बाद भ्रष्टाचारी वृत्ती की आम नागरिकों के साथ ही ठेकेदारों को प्रचिति दिलायी थी. जिससे ठेकेदार भी त्रस्त थे.

ऐसे में इसी जांच से त्रस्त होकर अंतत: संबंधित वनाधिकारी को उसके भ्रष्ट कार्यप्रणाली की जगह दिखाई. वनविभाग के वरीष्ठ अधिकारी पर रिश्वतखोरी की कार्रवाई होने से वनविभाग में खासकर भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारियों में खलबली मची है.  उक्त कार्रवाई एन्टी करप्शन ब्युरो विभाग के पुलिस अधिक्षक राहुल माणकीकर, अप्पर पुलिस अधिक्षक सचिन कदम के मार्गदर्शन में गड़चिरोली पुलिस अधिक्षक अनामिका मिर्झापुरे, पुलिस निरीक्षक श्रीधर भोसले समेत गड़चिरोली एन्टी करप्शन ब्युरो विभाग ने की. 

निवासस्थान की तलाशी में मिली 85 हजार की राशी 

रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार करने के बाद पेरमिली के वनपरिक्षेत्र अधिकारी प्रमोद जेनेकर के पेरमिली स्थित सरकारी निवासस्थान की एन्टी करप्शन ब्युरो विभाग के दस्ते ने तलाशी ली. इस तलाशी के दौरान निवास्थान पर से भी 85 हजार की राशी बरामद हुई है. 

भ्रष्ट अधिकारी को मिला सबक-ताटीकोंडावार

अतिदुर्गम, संवेदनशील क्षेत्र में पहले ही ‘विकास’ दस्तावेजों में ही सिमित दिखता है. ऐसे में कुछ हिम्मतवर ठेकेदार नक्सल प्रभावित क्षेत्र में व्यापक हिम्मत दिखाकर विकासकार्य करने का प्रयास कर रहे है. ऐसे में वनविभाग के ठेकेदार को नियमों के तहत सहयोग करना आवश्यक है. लेकिन प्रमोद जेनेकर जैसे भ्रष्ट अधिकारी पद का दुरुपयोग कर फिरौती वसूल करते हुए विकासकार्यो में रूकावट निर्माण करने का प्रयास कर रहे है. दुर्गम क्षेत्र में कार्य करनेवाले ठेकेदारों को परेशान करनेवाले भ्रष्टाचारी वनाधिकारियों के खिलाफ हमारी लढाई शुरू रहनेवाली है. रिश्वत मामले में गिरफ्तार आरएफओ प्रमोद जेनेकर के कार्यकाल के संपूर्ण कार्यो की जांच कर जांच के अंत में उनपर निष्कासित करे ऐसी मांग सामाजिक कार्यकर्ते संतोष ताटीकोंडावार ने की है.