हड़ताल से गोंडवाना विवि का कामकाज प्रभावित, चौथे दिन भी कर्मचारी हड़ताल पर

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    गड़चिरोली. प्रलंबित मांग की पुर्तता के लिए विगत 4 दिनों से शुरू गोंडवाना विश्वविद्यालय के अधिकारी व कर्मचारियों का बेमियादी कामबंद आंदोलन आज चौथे दिन भी जारी था. यह आंदोलन सरकार ने विवि कर्मीओं से भेदभाव करने से उक्त आंदोलन की सुध लेकर सरकार अधिकारी व कर्मचारियों की मांगे हल करे, ऐसी आंस थी. किंतु राज्यव्यापी शुरू आंदोलन की सुध सरकार ने नहीं ली. जिससे कर्मीओं का सरकार के प्रति रोष बढ़ता नजर आ रहा है. 

    उक्त आंदोलन से छात्रों में निराशा व्यक्त हो रही है. महाविद्यालय में व विश्वविद्यालय में होनेवाले छात्रों का किसी भी तरह का काम नहीं हो रहा है. उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है. जिससे छात्रों में भी सरकार व विवि प्रशासन के प्रति दिन ब दिन रोष बढ़ता जा रहा है. विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी व कर्मचारी हड़ताल में शामिल होने से सभी कार्यालय का कार्य ठप्प गिरा है.

    आज चौथे दिन भी किसी भी तरह का प्रशासकीय कामकाज विवि में नहीं हो पाया. उक्त आंदोलन आगे भी ऐसा ही शुरू रहने पर विवि के विकासात्मक कार्य पर तथा परीक्षा पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हो सकता है. जिससे सरकार ने उक्त आंदोलन की तत्काल सुध लेकर कर्मचारियों की समस्या हल करे, ऐसी मांग आंदोलन में सहभागी सम्पूर्ण कर्मचारियों ने की है.

    आंदोलनस्थल पर रक्तदान शिविर

    कर्मचारियों का बेमियादी कामबंद आंदोलन शुरू होने के बावजूद सामाजिक दायीत्व के रूप में कर्मीओं ने आज, 21 दिसंबर को आंदोलनस्थल पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया था. कर्मचारी संगठन को समर्थन व सहयोग की भावना दिखाकर प्राध्यापक, छात्रों ने रक्तदान में व्यापक सहभाग लिया. संगठन के कार्य की सुध विश्वविद्यालय के कुलगुरू, प्र-कुलगुरू, सहसंचालक, वित्त व लेखा अधिकारी ने ली. उल्लेखनीय उपक्रम चलाने संदर्भ में संगठन के उपक्रम की प्रशंसा की.

    राज्यपाल नामीत विवि के प्रबंधन समिति के सदस्य डा. सी. डी. मायी, डा. विवेक शिंदे, गोंडवाना विवि शिक्षा मंच के महासचिव डा. रुपेंद्रकूमार गौर ने आंदोलनस्थल को भेट देकर आंदोलनकर्ता कर्मीओं की समस्या हासिल की. सरकार कर्मीओं की मांगे तत्काल पुर्ण करे, इसके लिए सरकार की ओर पहल की जाएगी, ऐसा आश्वासीत किया.