Hunger Strike for Farmers

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गोंदिया. किसानों को कृषि के लिए 12 घंटे बिजली की आपूर्ति किए जाने की मांग को लेकर अर्जुनी मोरगांव विधानसभा क्षेत्र के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से 28 जनवरी को सुबह 11 बजे से अर्जुनी मोरगांव के लाखांदूर चौक पर आमरण अनशन शुरू किया गया है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के जिला कार्यकारी अध्यक्ष मिथुन मेश्राम अनशन पर बैठे हैं.

गोंदिया जिला वनों से आच्छादित है. इस इलाके में ज्यादातर किसान धान की खेती करते हैं. बताया जाता है कि इस धान की फसल की सिंचाई के लिए कृषि विद्युत पंप की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन कृषि विद्युत पंपों को रात में मात्र 8 घंटे ही बिजली आपूर्ति की जाती है. जिससे किसानों को परेशानी हो रही है और उन्हें अपनी जान हथेली पर रखकर खेती करना पड़ रहा है. जंगल से सटे खेतों में कृषि पंपों को रात में बिजली आपूर्ति होने से किसानों को रात में जंगल के रास्ते खेतों में आने-जाने में परेशानी उठानी पड़ती है. 8 घंटे में खेती की सिंचाई भी नहीं हुई तो किसानों को परेशानी उठानी पड़ रही है. पिछले दिनों रात में सिंचाई के लिए खेतों में जाने पर जंगली जानवरों के हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं. ऐसे में किसानों को हमेशा रात में जान हथेली पर लेकर खेतों में जाना पड़ता है.

सड़क पर टायर जलाए, किया विरोध प्रदर्शन

8 जनवरी को विद्युत वितरण कंपनी को ज्ञापन देकर मांग की गई थी कि कृषि विद्युत पंपों को प्रतिदिन 12 घंटे विद्युत आपूर्ति की जाए. लेकिन प्रशासन द्वारा ज्ञापन पर ध्यान नहीं दिए जाने पर 23 जनवरी को एनसीपी (शरद पवार गुट) ने विरोध प्रदर्शन किया और सड़क पर टायर जलाए. प्रशासन द्वारा अब तक ध्यान नहीं देने पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिला कार्यकारी अध्यक्ष मिथुन मेश्राम 28 जनवरी से भूख हड़ताल पर हैं. अर्जुनी मोरगांव तहसील किसान संघ के अध्यक्ष अनिल लंजे ने उनकी भूख हड़ताल को समर्थन देने की घोषणा की है. राष्ट्रवादी गोंदिया जिला सचिव महेंद्र निखाड़े, विलास चाकाटे, मंजूषा वासनिक, विवेक कापगते, प्रवीण लंजे और अन्य किसानों ने भी इस भूख हड़ताल को अपना समर्थन देने की घोषणा की है. जिससे यह तय है कि यह अमर भूख हड़ताल का मामला और गरमा जाएंगा.