नक्सलियों ने फिर सड़क निर्माण में लगी मशीनों में लगाई आग, दो दिनों में दूसरी बड़ी वारदात

    Loading

    गोंदिया. जिले से सटे बालाघाट जिले के  बिरसा क्षेत्र के मछुरदा चौकी के कोरका में सड़क निर्माण में लगी रोड रोलर मशीन को नक्सलियों द्वारा आग लगाने की घटना की स्याही सुखी भी नहीं थी कि नक्सलियों ने फिर सड़क निर्माण में लगी मिक्चर मशीन और दो ट्रेक्टरों को आग के हवाले कर दिया. दो दिनों में नक्सलियों द्वारा निर्माण कार्यों को निशाना बनाने की मंशा से की गई वारदात से जहां ठेकेदारों में भय का माहौल है. वहीं पुलिस की पैनी निगरानी के बावजूद  नक्सली घटनाओं को  अंजाम  दे रहे हैं.

    उल्लेखनीय है कि 4 दिसंबर की सुबह बिरसा थाना अंतर्गत मछुरदा चौकी के मछुरदा के कोरका में देवरबेली से मालकुंआ के बीच 10 करोड़ रू.  की लागत से बन रहे देवरबेली से मालकुंआ के बीच सड़क निर्माण के ठेकेदार की निर्माण कार्य में लगी रोड रोलर मशीन को नक्सलियों ने आग के हवाले कर नक्सली मिलिंद तेलतुबंडे की हत्या के बदले का उल्लेख करते हुए  10 दिसंबर को मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र राज्य को बंद करने का आह्रवान किया था. 

    इसी थीम पर 6 दिसंबर की रात किरनापुर थाना अंतर्गत किन्ही चौकी से लगभग 15 किमी. दूर चल रहे सीमेंट कांक्रीट सड़क निर्माण कार्य में लगे ट्रेक्टर और मिक्चर मशीन को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया है और बीच सड़क पर बैनर और पर्चे टांग दिए.  जिसमें फिर 10 दिसंबर को नक्सलियों ने बंद का आव्हान किया है.

    साथ ही लाल कपड़े में कामरेड जीवा उर्फ मिलिंद तेलतुबुंडे की हत्या का निषेध करते हुए लाल कपड़े पर लिखा संदेश और पर्चे भी   छोडे हैं. एनएमसी जोनल कमेटी के नाम से छोड़े गए लाल कपड़े में लिखे संदेश और पर्चे मिलने और सड़क निर्माण में लगी मशीनों में आग लगाने की घटना के बाद  पुलिस सक्रिय हो गई है और  सर्चिंग अभियान को तेज कर दिया है वहीं  सभी थानों और चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है.

    दो दिनों के अंतराल में नक्सलियों ने दूसरी बड़ी घटना को अंजाम दिया. जिले के किरनापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली किन्ही पुलिस चौकी क्षेत्र के कलकत्ता से बोदलझोला मार्ग पर नक्सलियों ने इस पूरी घटना को अंजाम दिया हैं. सड़क निर्माण कार्य में लगी मिक्चर मशीन और ट्रेक्टर को आग लगा दी.   

    जगह-जगह पर्चे और एक बेनर टांगा गया है. जिसमें नक्सलियों ने 10 दिसंबर को मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ को बंद करने का आव्हान किया है. नक्सलियों द्वारा जिले के जंगलों में खासकर निर्माण कार्य में लगी मशीनों को जलाने की घटनाओं से नक्सलियों के मंसूबे साफ जाहिर हो रहे है.