अनशन के सातवें दिन 2 लोगों की बिगड़ी हालत

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गोंदिया. सामूहिक वन अधिकार के तहत पारंपारिक वन निवासियों को गौण उपज पर अधिकार प्राप्त होने के बावजुद भी वन विभाग की ओर से उसके अधिकारों को छिनकर अन्याय किया जा रहा है. इस अन्याय व वन विभाग के खिलाफ म्हैसुली ग्रुप ग्राम सभा सामूहिक वन अधिकार में शामिल ग्रामीणों ने देवरी में अनिश्चितकालीन अनशन आंदोलन शुरू कर दिया है. 5 जून को अनशन के सातवें दिन 2 लोगों की हालत बिगड़ गई. उन्हें ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

देवरी तहसील के म्हैसुली के ग्रामवासियों को वन अधिकार के तहत सामूहिक वन अधिकार प्राप्त है. लेकिन वन विभाग द्वारा उनके अधिकारों पर अतिक्रमण कर रहा है. वन विभाग ने ग्रामीणों के तेंदूपत्ते जब्त किए है और उन्हें नुकसान पहुंचाने का काम किया है. ग्रामीणों की मांग है कि जो हमें अधिकार बहाल किया गया है वह हमें दिया जाए और जो नुकसान वन विभाग के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है उसकी भरपाई दे.

वहीं संबंधित विभाग के अधिकारियों पर अनुसूचित जनजाति प्रतिबंधक कानून के तहत मामला दर्ज करें. इस मांग को लेकर वन अधिकार समिति में शामिल ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया है. हड़ताल के 6वें दिन विधायक सहसराम कोरोटे ने वन विभाग के अधिकारियों से अनशन स्थल का दौरा करने को लेकर चर्चा की. इस बीच अनशन के 7वें दिन 2 लोगों की हालत बिगड़ गई. उन पर ग्रामीण अस्पताल में इलाज चल रहा है.