Paddy
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    गोंदिया. जिले में केंद्र सरकार की गारंटी भाव योजना अंतर्गत जिला मार्केटिंग फेडरेशन की प्रतिनिधि संस्थाओं द्वारा खरीदी किया गया 24 लाख क्विंटल धान मिलिंग के लिए राईस मिलर्स ने नहीं उठाने से रबी मौसम की धान खरीदी पर संकट आने की संभावना व्यक्त की जा रही है. 

    1 मई से रबी धान खरीदी करने के निर्देश शासन ने दिए है. आज भी विभिन्न गोदामों में 68 प्रश. धान पड़ा है. जिससे संस्थाओं के समक्ष धान संग्रह करने की समस्या निर्माण हो गई है. जिले में खरीफ मौसम में 1 लाख 90 हजार हेक्टर क्षेत्र व रबी मौसम में 60 हजार हेक्टर क्षेत्र में धान का उत्पादन लिया जाता है. इसी वजह से जिले को धान का कटोरा की पहचान मिली है.

    धान उत्पादकों की निजी व्यापारियों से आर्थिक लूट न हो इसके लिए केंद्र सरकार के आधारभूत कीमत योजना अंतर्गत दोनों मौसम में धान खरीदी की जाती है. जिला मार्केटिंग फेडरेशन व आदिवासी विकास महामंडल अंतर्गत प्रतिनिधिक संस्थाओं की नियुक्ति की गई है. जिला मार्केटिंग फेडरेशन के 107 केंद्रों पर खरीफ मौसम में 1 लाख 20 हजार 324 किसानों ने 35 लाख 56 हजार 996 क्विंटल धान की बिक्री की है. जिससे धान की मिलिंग के लिए 384 राईस मिलर्स ने 1 निविदा भरी.  इसमें से 359 मिलर्स ने मिलिंग के लिए अनुबंध किया.  

    इसके बाद 283 मिलर्स ने प्रत्यक्ष धान उठाकर मिलिंग की शुरूआत की है. खरीदी किए 35 लाख 56 हजार 996 क्विंटल धान में से अब तक केवल 11 लाख 37 हजार धान उठाया गया है. इसमें मिलिंग का प्रश. 32 है. जबकि 24 लाख 20 हजार क्विंटल धान विभिन्न गोदाम में पड़ा है. जिले में कुछ स्थानों पर रबी धान की कटाई व मलनी की किसानों ने शुरूआत की है. इसी में 1 मई से धान खरीदी करने के निर्देश शासन ने संबंधित यंत्रणा को दिए है. ऐसे समय धान के नहीं उठने से धान खरीदी पर संकट आने की पूर्ण संभावना है.

    समय पर होगी मिलिंग

    इस संबंध में जिला मार्केटिंग फेडरेशन के सहायक अधिकारी बिसने ने बताया कि राईस मिलर्स की विभिन्न मांगों व समस्या से धान मिलिंग की प्रक्रिया में बाधा निर्माण होने से मिलिंग की प्रक्रिया धीमी थी. शासन ने मिलर्स की मांगों का निवारण करने आश्वासन दिया है. जिससे धान उठाकर उसकी मिलिंग की प्रक्रिया में गति आ गई है. जिससे समय पर धान की मिलिंग होगी.