-शकील शेख
रावेर: रावेर तहसील (Raver Tehsil) में आई आंधी (Storm) से केले की फसल (Banana Crop) को भारी नुकसान (Loss)पहुंचा है। केले की फसल पूरी तरह से तबाह और बर्बाद हो गई है। फिर आई आंधी से तहसील के किसानों का करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। खेतों में लगी केले की फसल के पेड़ धराशायी हो गए। किसानों ने का करोड़ों रुपए का नुकसान का अनुमान बताया है। प्राकृतिक आपदा के बाद प्रशासन की ओर से फसलों का जल्द से जल्द सर्वे कर हर्जाना देने की मांग का जा रही है।
शाम के समय अचानक तेज आंधी आने से नागरिकों में हड़कंप मच गया। किसानों की फसलें तबाह हो गई। बारिश के साथ तेज हवा और आंधी का दौर चला। कई घरों पर लगे पतरे उड़ गए, तो कई जगह पेड़ गिर गए। किसान खेतों में पहुंचे तो हाल देखकर चिंता में आ गए। एक-एक किसान की पांच से दस हजार केले के पेड़ खराब हो गए। पिछले तीन साल से लगातार आंधी तो कभी तेज धूप या कड़ाके की ठंड से केले की फसल को भारी नुकसान हो रहा है। इस साल मई तो शांत निकला, लेकिन जून की शुरुआत में ही आंधी ने फसलों को नुकसान पहुंचा दिया।
इन किसानों का हुआ नुकसान
पातोंडी पुंखेड़ा, विटवा खिरवड़, नारायण धनगर ,भगवान बोरसे, विलास बोरसे, जगन्नाथ बोरसे, समाधान पचपोले, लक्ष्मण आर सावले, स्वप्निल सावले, अशोक गाबा पाटिल, हरीश पाटिल, डॉ। गुलाब पाटिल, विनोद पाटिल, हिम्मतराव पाटिल, विजय कौतीक पाटिल, बिजलाल लवंगे, पंकज मधुकर आदि किसानों के खेत पूरी तरह बरबाद हो गए।