File
File

    Loading

    जलगांव : पुनर्गठित मौसम (Reorganized Weather) आधारित फसल बीमा योजना 2022-23 के अंतर्गत जलगांव जिले को केले की फसल (Banana Crop) के लिए अधिक तापमान या धोकादायक मौसम के चलते नुकसान भरपाई (Replenishment) रकम के लिए पात्र माना गया है। जिले के राजस्व के अंतर्गत आने वाले 144 गांवों को केले की फसल के नुकसान की भरपाई दी जाएगी। ये जानकारी जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी संभाजी ठाकूर (Agriculture Officer Sambhaji Thakur) ने दी है। इसमें से 83 राजस्व मंडल एक से 30 अप्रैल तक लगातार 5 दिन 42 सेल्सियस या इससे अधिक तापमान के कारण पात्र हुए हैं।

    ऐसे राजस्व मंडलों को 35,000 रुपये प्रति हेक्टेयर का मुआवजा मिलेगा। 1 से 31 मई की अवधि के दौरान, 61 राजस्व मंडल लगातार 5 दिनों तक 45 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तापमान के कारण पात्र हैं। ऐसे राजस्व मंडलों को 43,500 प्रति हेक्टेयर का मुआवजा मिलेगा। अप्रैल और मई में राजस्व मंडलों को अधिकतम 43,500 रुपये प्रति हेक्टेयर तक मुआवजा दिया जाएगा। पालक मंत्री गुलाबराव पाटिल ने भारतीय कृषि बीमा कंपनी को बीमा अवधि समाप्त होते ही पात्र किसानों के खाते में मुआवजे की राशि तुरंत भेजने का निर्देश दिया है। 

    ये राजस्व मंडलों को मुआवजे के पात्र पाए गए

    जलगांव- म्हसावद, भोकर, पिंप्राला, असोदा, भुसावल-कुर्हे प्र.न, वरणगाव, पिंपलगाव खुर्द, बोदवड-नाडगाव, यावल- भालोद, बामणोद, फैजपूर, साकली किनगाव बुद्रूक, रावेर-खानापूर, खिरोदा प्र.चा, निंभोरा बुदु्क, खिर्डी, ऐनपूर, मुक्ताईनगर-अंतुर्ली, घोडसगाव, अमलनेर-शिरुड, नगाव, पातोंडा अमलगाव, मारवड, भरवस, वावडे, चोपडा-हातेड बु, लासुर, अडावद, धानोरा प्र.अ, गोरगावले बुद्रूक, चहार्डी, एरंडोल-रिंगणगाव, कासोदा, उत्राण, धरणगाव-सालवा, सोनवद, पिंप्री बुद्रूक, पाळधी, चांदसर, पारोला-शेलावे, तामसवाडी, चोरवड, चालीसगाव-मेहुणबार, जामनेर-नेरी, पहुर, पाचोरा-गालण, नांद्रा, कुऱ्हाड बुद्रूक, भडगाव-कोलगाव। इन सभी राजस्व मंडलों को नुकसान भरपाई देने के लिए पात्र पाया गया है।