ठाकरे गुट के पदाधिकारियों पर केस दर्ज, जानें क्या है मामला

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धरणगांव : शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी (Shiv Sena-Uddhav Balasaheb Thackeray Party) के पदाधिकारियों (Office Bearers) को कल पुलिस ने कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार (Minister Abdul Sattar) के काफिले को कपास से भरे बक्से दिखाने के आरोप में हिरासत (Custody) में ले लिया। कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने बुधवार को जिले का दौरा किया था। इसमें उन्होंने अमलनेर, धारणगांव और एरंडोल तालुकों में क्षतिग्रस्त किसानों के बांधों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि दो दिन में पंचनामा पूरा कर किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने धारणगांव तहसील में बांध का भी दौरा किया और इसका निरीक्षण किया। 

इस बीच शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के पदाधिकारियों ने धरणगांव से गुजरते हुए कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार के काफिले का विरोध किया। इस मौके पर उनके काफिले के आगे कपास से भरे खोके (डिब्बे) फेंके गए। उनके बेड़े को रोकने का भी प्रयास किया गया। अचानक हुई इस घटना से प्रशासन में हड़कंप मच गया था। इस दौरान जोरदार नारेबाजी करके कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार का निषेध किया गया। 

इन धाराओं के तहत मामला दर्ज

इसके बाद शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इस मामले में देर रात सिपाही मिलिंद सोनार ने शिकायत दर्ज कराई। शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के पदाधिकारियों ने कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार के दौरे के कार्यक्रम में बाधा डालने की कोशिश की। साथ ही पुलिस स्टेशन से अनुमति लिए बिना अवैध जमावड़ा भी किया गया। पदाधिकारियों ने जलगांव कलेक्टर द्वारा लागू महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 37 (1) (3) का उल्लंघन किया, जब धारा 135 के अनुसार निवारक आदेश लागू था, उपरोक्त सभी ने उस आदेश का उल्लंघन किया और मंत्री के दौरे के कार्यक्रम में अफरा-तफरी मचाई। 

इनके खिलाफ केस दर्ज 

इस शिकायत के आधार पर शिवसेना (ठाकरे) के संयुक्त संपर्क प्रमुख गुलाबराव वाघ, पूर्व नगर अध्यक्ष और युवा सेना के जिलाध्यक्ष नीलेश चौधरी सहित विलास वाघ, अधिवक्ता शरद माली, राजेंद्र ठाकरे, विजय पाटिल, भागवत चौधरी, महेंद्र चौधरी, भारत महाजन, राहुल महाजन, बापू महाजन, माधव सर्यवंशी और गणेश मराठे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस टीम ने सभी को सुबह करीब 11 बजे पुलिस स्टेशन में पेश होने का निर्देश दिया था। गुलाबराव वाघ, नीलेश चौधरी और अन्य पदाधिकारी पुलिस स्टेशन में उपस्थित हुए। यहां प्रारंभिक पूछताछ के बाद इन सभी को जलगांव ले जाया गया है।