encroachment on roads in jalgaon

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जलगांव: पिछले सप्ताह सड़क पार कर रहे एक वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizen) को एक चौपहिया वाहन ने टक्कर मार दी, जिससे वृद्ध की मौके पर ही मौत (Death) हो गई। साथ ही शहरी क्षेत्रों से डंपरों, बालू ट्रैक्टरों या अन्य वाहन चालकों की भीड़ ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही कई लोगों की जिंदगी की डोर तोड़ दी है। जब वरिष्ठ नागरिक शहर में किसी काम से निकलते हैं तो परिवार के मन में उनके आने-जाने को लेकर असुरक्षा की भावना पैदा हो जाती है और उन्हें डर लगा रहता है। जलगांव महानगरपालिका (Jalgaon Municipal Corporation) ने शहर में मुख्य सड़कों के साथ कई जगहों पर पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ बनाए हैं, लेकिन निजी व्यवसायियों ने इन फुटपाथ के साथ कई चौराहों पर बड़े पैमाने पर सामान की दुकानें लगाकर सड़कों पर अतिक्रमण (Encroachment ) कर लिया है, इसलिए न केवल वरिष्ठ बल्कि महिलाएं और बच्चे भी शहर क्षेत्र और जिले के अन्य शहरों में सड़क पार करते हुए डर रहे हैं।

जलगांव शहर में नए बस स्टैंड के पास गांधी उद्यान और एसपी कार्यालय के आगे आकाशवाणी चौक, काव्यरत्नावली चौक आदि इलाकों के साथ अन्य जगहों पर शहर में फुटपाथ बनाए गए हैं, लेकिन उनका निर्माण गलत हुआ है। जहां अच्छे फुटपाथ  है वहां अतिक्रमण कर लिया गया है। साथ ही टॉवर चौक, छत्रपति शिवाजी महाराज चौक, बेंडाले महिला कॉलेज, स्टेट बैंक स्टेडियम चौक, स्वातंतत्र्य चौक, महाराणा प्रताप चौक जैसे अनेक चौक और सड़क के दोनों ओर छोटे-बड़े व्यावसायियों ने फ्रूट ज्यूस, आईस्क्रीम गोला, चाट भंडार, पावभाजी, सब्जी, मोबाइल कार्ड पोर्टीबलीटी के साथ अन्य सामानों की दुकानें लगा ली हैं। इन दुकानों के कारण सड़क पार करते हुए अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

बस स्टैंड पर रिक्शों की भीड़

बस स्टैंड पर रिक्शों की भीड़ लगी रहती है, इसलिए रिक्शा की भीड़ ने रास्ता बना कर निकलने के लिए भी अनेक परेशानियां हैं। वरिष्ठ नागरिकों के लिए बस से यात्रा करना सुरक्षित है, लेकिन बस स्टेशन परिसर में सामान उतारने और यात्रियों को लेने के लिए रिक्शा चालक बस स्टेशन के प्रवेश द्वार पर रुक जाते हैं। फुटपाथ पर चलने के लिए अतिक्रमण से टकराना पड़ता है। यदि कोई वाहन सड़क के किनारे खड़ा है, तो खतरा बना रहता है कि कब कोई वाहन ओवरटेकिंग करते हुए किसी को रौंद दे।

सिग्नल पार करते समय दुर्घटना का भय

कम या धुंधला दिखाई देना वरिष्ठ नागरिकों की एक आम समस्या है। सड़क पार करने में मदद की जरूरत, अतिक्रमण के कारण चलने में परेशानी, सिग्नल पार करते समय दुर्घटना का भय, फुटपाथों पर अतिक्रमण के कारण क्रासिंग की समस्या, इसलिए वरिष्ठ नागरिक हों या कोई और अगर वे सड़क पार करना चाहते हैं तो उन्हें किसी न किसी का सहारा लेना पड़ता है।  हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों के वरिष्ठ नागरिक कहीं भी तभी जा सकते हैं, जब उनके साथ सहायक के रूप में कोई साथी हो, नहीं तो असमंजस की स्थिति बन जाती है।

अतिक्रमण मुक्त सड़कों की जरूरत

फुटपाथों को अतिक्रमण मुक्त बनाना, हर सिग्नल पर पैदल चलने वालों के लिए स्टॉप होना चाहिए। सड़क पार करते समय वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, उसके बाद वाहनों को यातायात नियमों के प्रति सभी को जागरूक करें। वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग यातायात नियम होने चाहिए। इस संबंध में अतिक्रमण हटाने की जिम्मेदारी यातायात की जिम्मेदारी मनपा प्रशासन के साथ-साथ पुलिस प्रशासन की भी है।

सड़क किनारे दुकान पर अधिकारियों ने दिया यह जवाब

एक तालुका में कृषि उपज मंडी समिति प्रशासन ने कोरोना लॉकडाउन अवधि का अवसर लेते हुए सार्वजनिक शौचालय के स्थान पर दुकान लगाकर किराए पर दुकान दे दी है। एक निजी व्यवसायी ने पिछले कई वर्षों से सहकारिता विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन में सहकारिता भवन के परिसर में सड़क किनारे दुकान लगा रखी है। इस संबंध में जब तालुका रजिस्ट्रार ने अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि सरकार को भवन की पेंटिंग या अन्य खर्च का बिजली बिल नहीं मिल रहा है, इसलिए यह निजी दुकानदार खर्च में मदद कर रहा है।

शहर में नए पुराने बस स्टैंड, चित्रा चौक और अन्य इलाकों में सड़क पार करने में दिक्कत होती है, इसी तरह तहसील स्तर पर वरिष्ठ नागरिकों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सड़क पार करना व्यायाम हो गया है। मुख्य चौराहे पर रास्ता नहीं होने से पैदल चलना मुश्किल है।

-अरुण नेवे, आदर्शनगर निवासी

सड़क पर चलते समय फुटपाथ की आवश्यकता होती है। मौजूदा फुटपाथों पर कारें खड़ी की जाती हैं। दुकानें लगी होने से वहां से रास्ता बना कर निकलना संघर्ष है। जलगांव महानगरपालिका प्रशासन को इस पर विचार करना चाहिए।

-सदानंद अट्रावलकर, वरिष्ठ नागरिक

भीड़ के कारण शहर के बीचों-बीच चलते समय अगर आपके साथ छोटे बच्चे हैं तो आपको अपनी जान बचाकर रखनी होगी।

-स्नेहलता मजूमदार, वरिष्ठ नागरिक