JNPT signs agreement with MSEDCL

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    जलगांव : बिजली विभाग (Electricity Department) ने बिजली चोरों (Electricity Thieves) पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। राज्यव्यापी अभियान (Statewide Campaign) चलाकर 51 हजार (51 Thousand) से भी अधिक संख्या में लग्गा आंकड़े महावितरण (Mahavitaran) के कर्मियों ने जब्त किया है। इस कार्यवाही से बिजली चोरों में हड़कंप मचा हुआ है। अभियान ने बिजली की अनावश्यक रूप से उच्च मांग को भी कम किया है और लोड शेडिंग (Load Shedding) की तीव्रता को कम किया हैं।

    राज्यव्यापी अभियान शुरू

    कोरोना काल के बाद गर्मी की बढ़ती तीव्रता और उद्योग से बिजली की बढ़ती मांग के कारण एमएसईडीसीएल (MSEDCL) की मौजूदा बिजली आपूर्ति की मांग 24,000 से 24,500 मेगावाट हो गई है। कोयले की कमी से बिजली उत्पादन में गिरावट आई है। इस पृष्ठभूमि में, बिजली चोरी रोकने 21अप्रैल से राज्यव्यापी अभियान शुरू किया गया था ताकि अधिक भार वाली बिजली लाइनों की क्षमता की जांच की जा सके और उन पर विशेष ध्यान दिया जा सके। इस अभियान में बिजली लाइनों पर 51 हजार 597 आकड़ा निकाले गए हैं। 

    MSEDCL के निदेशक (संचालन) संजय ताकसांडे (Sanjay Taksande) ने हाल ही में MSEDCL के क्षेत्रीय स्तर पर सभी मुख्य अभियंताओं (Chief Engineers) और अधीक्षक अभियंताओं (Superintendent Engineers) की ऑनलाइन बैठक बुलाई और बिजली चोरी करने और इसका अवैध रूप से उपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे। उन्होंने प्रत्येक जिले में ऐसे भार स्वीकृत भार से अधिक बिजली इस्तेमाल होने वाली ऐसे सभी डिपियो का विशेष निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे, जिसमें 21 अप्रैल से 28 अप्रैल तक एमएसईडीसीएल के कर्मचारियों द्वारा बिजली की अनाधिकृत खपत के 51,597 आंकड़े निकाले जा चुके हैं। MSEDCL ने बिजली चोरी में इस्तेमाल होने वाले सर्विस वायर, केबल, स्टार्टर और अन्य सामग्री को भी जब्त कर लिया है। इस अभियान ने बिजली प्रणालियों पर तनाव कम किया है। राज्य भर में 2,485 बिजली लाइनों पर लगभग 192 मेगावाट लोड कम किया गया है। 

    इस अभियान में जलगांव अंचल में 4,790, नाशिक 9,316,औरंगाबाद अंचल 4,967, लातूर 3,848, नांदेड 9,030, कल्याण 4,178, भांडू 33, नागपूर 221, अमरावती 1200, चंद्रपूर 297, गोंदिया  717, अकोला 1,897, बारामती 8,919, पुणे 923 और कोल्हापूर 1,261 आंकड़े निकाले गए।