पाचोरा : महापुरुषों (Great Men) की आवमाना करने के खिलाफ पाचोरा बंद (Pachora Closed) की घोषणा की गई। नागरिकों ने स्वयं बड़ी फुर्ती से शहर को बंद कर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मंत्री चंद्रकांत पाटिल, सांसद सुधांशु त्रिवेदी, विधायक प्रसाद लाड के खिलाफ मामला दर्ज (Case Registered) कराई जाने की मांग की। इस अभूतपूर्व बंद में भाजपाई नेताओं की तीखी आलोचना उद्धव बालासाहेब ठाकरे, शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस, मराठा सेवा संघ, संभाजी ब्रिगेड, समता परिषद, आरपीआई, वंचित बहुजन आघाड़ी, राष्ट्रीय चर्मकार महासंघ, एकता ऑटो रिक्शा संघ, भारतीय बौद्ध महासभा और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने राज्य सरकार और महापुरुषों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ नारे लगाए और पूरे पाचोरा शहर को 100 प्रतिशत लॉक डाउन बंद रखा। कारोबारियों स्वत: स्फूर्त से बंद में शामिल हुए। पाचोरा बंद की शुरुआत छत्रपति शिवाजी महाराज शिवाजी, बाबासाहेब अंबेडकर, छत्रपति संभाजी महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले को नमन कर की गई।
छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर एकत्रित होने के बाद महापुरुष सम्मान समिति के पदाधिकारियों पर सदस्यों ने काली पट्टी बांधकर रेलवे स्टेशन रोड, सर्राफ़ा बाजार, गांधी चौक, बस स्टेशन रोड, जरगांव चौफुली, भड़गांव रोड, महाराणा प्रताप चौक तक मार्च कर व्यापारियों को अपना कारोबार बंद करने के लिए कारोबारियों और नागरिकों से अपील की। साथ ही पाचोरा पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से शहर के विभिन्न चौराहों पर चाक-चौबंद पुलिस बंदोबस्त तैनात किया।
राज्य सरकार को चेतावनी, बड़े पैमाने पर होगा आंदोलन
बंद से कहीं कोई परेशानी न हो इस का खास तौर पर स्थानीय प्रशासन और प्रदर्शनकारियों ने रखा। सके बाद छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर रैली का समापन करते हुए महापुरुष सम्मान समिति के कार्यकारी अध्यक्ष और समता सैनिक दल के जिला प्रचारक किशोर डोंगरे ने इस घटना का विरोध कर महापुरुषों के लिए आपत्ति जनक बयान देने वाले नेताओं की निंदा की। महापुरुषों की छवि को धूमिल करने वाले को शीघ्र नहीं रोका गया, तो बड़े पैमाने पर आंदोलन होगा इस तरह की चेतावनी राज्य सरकार को दी गई।