manoj jarange patil

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नवभारत न्यूज़ नेटवर्क
जालना/मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल मामले में एसआईटी जांच का आदेश देकर उन पर शिकंजा कसने की कोशिश की है, लेकिन अब मराठा नेता ने भी सरकार पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि मेरे पास कई नेताओं की रिकॉर्डिंग है। जिसे सही समय आने पर वायरल किया जाएगा। उनकी इस धमकी से साफ़ है कि वे भी महायुति सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। हालांकि हाल ही में शिंदे सरकार के कड़े रुख को देखते हुए जरांगे ने अपने आंदोलन को 3 मार्च तक स्थगित करने का फैसला किया है। उन्होंने बेख़ौफ़ अंदाज़ में कहा कि महायुति सरकार की एसआईटी जांच के लिए वे तैयार हैं। जरांगे ने कहा कि मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और वे किसी भी जांच से डरने वाले नहीं हैं। 

फडणवीस पर एनकाउंटर करवाने की साजिश का आरोप
हाल ही में जरांगे ने यह कह कर सनसनी फैला दी थी कि डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस उनका एनकाउंटर करवाने की साजिश रच रहे हैं। मराठा नेता के इस बयान पर सीएम एकनाथ शिंदे ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि जरांगे हमारे धैर्य की परीक्षा न लें। साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के साथ विधानसभा परिसर में ऑफ द रिकॉर्ड बात करते हुए कहा था कि जरांगे लिमिट क्रॉस करेंगे तो उनका करेक्ट कार्यक्रम किया जाएगा। यह वीडियो काफी वायरल हुआ था। जरांगे की मुसीबत तब शुरू हुई, जब उनके सहयोगी अजय महाराज व संगीता वानखेड़े ने उन पर गभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मराठा नेता आरक्षण की आड़ में नेताओं से गुप्त समझौते कर रहे हैं। 

शेलार व कदम ने उठाया मुद्दा
महाराष्ट्र विधान मंडल के बजट सत्र में बीजेपी विधायक आशीष शेलार और राम कदम ने जरांगे पाटिल द्वारा लगाए गए आरोप का मुद्दा उठाया था। शेलार ने कहा कि आखिर जरांगे के आंदोलन की फंडिंग कौन कर रहा है। इसकी जांच की जानी चाहिए। जबकि राम कदम ने आरोप लगाया कि जरांगे पाटिल के भाषण को देख कर लगता है कि यह राकां अध्यक्ष शरद पवार द्वारा दी गई स्क्रिप्ट की तरह है। बीजेपी विधायकों ने इस पूरे मामले की जांच एसआईटी से कराए जाने की मांग की। जिस पर महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष  राहुल नार्वेकर ने अपनी सहमति दे दी है। हालांकि शरद पवार ने जरांगे पाटिल के साथ अपनी किसी तरह के संबंधों से साफ़ इनकार किया है।