मुंबई: अभिषेक घोसालकर की हत्या (Abhishek Ghosalkar Murder) महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) में माहौल और भी ज्यादा गरमाया हुआ नजर आ रहा है। शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के दहिसर के पूर्व नगरसेवक अभिषेक घोसालकर (Abhishek Ghosalkar) की मौरिस नारोन्हा ने गोली मारकर हत्या कर दी। साथ ही हत्या के बाद मॉरिस ने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
इसके बाद राजनीतिक गलियारे में हंगामा मच गया। एक ही हफ्ते में मुंबई में हुई दूसरी गोलीबारी की घटना ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे में अब जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है। आइए जानते है उन्होंने क्या कहा…
इस घटना पर महाविकास अघाड़ी में शामिल दलों ने अपना गुस्सा जाहिर किया है और सरकार की आलोचना की है। हालांकि, एनसीपी के शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने इस मामले में राज्य सरकार की आलोचना की। आव्हाड ने सुझाव दिया है कि सरकार ने अब ‘बुलेट प्रूफ जैकेट’ नाम से एक इनोवेटिव योजना शुरू करनी चाहिए।
महाराष्ट्र सरकारची अभिनव योजना
मागेल त्याला *बुलेट प्रूफ जॅकेट*— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) February 8, 2024
पुलिस पर सिर्फ विपक्ष को खत्म करने की जिम्मेदारी
जितेंद्र आव्हाड ने अपने एक्स अकाउंट पर तीन ट्वीट कर अभिषेक घोसालकर को गोली मारने की निंदा की। उन्होंने कहा, ”यह कहने का कोई मतलब नहीं है कि महाराष्ट्र बिहार बन गया है।” क्योंकि महाराष्ट्र ने बिहार को काफी पीछे छोड़ दिया है। ऐसा लगता है कि गुंडों ने महाराष्ट्र को अपने हाथों में बंद कर लिया है। हताश सरकार खुली आंखों से सब कुछ देख रही है। पुलिस का आतंक खत्म हो गया है। पुलिस बल में हस्तक्षेप के कारण पुलिस को भी सीमाओं का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस केवल विपक्ष को ख़त्म करने के लिए जिम्मेदार है। कानून-व्यवस्था चरमरा गई है!”
महाराष्ट्राचा बिहार झाला, असे म्हणण्यात आता काहीच अर्थ उरला नाही. कारण, महाराष्ट्राने बिहारला खूप मागे सोडलं आहे. गुंडांनी जणू काही महाराष्ट्र आपल्या मुठीत बंदिस्त करून टाकला आहे. हतबल सरकार उघड्या डोळ्यांनी सारं काही पाहतंय. पोलिसांची दहशतच संपली आहे. पोलीस दलात होणाऱ्या…
— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) February 8, 2024
सरकार ही जिम्मेदार
जितेंद्र आव्हाड ने आगे कहा, ”महाराष्ट्र दुर्भाग्य! इतनी घटनाओं के बाद भी सरकार को शर्म कैसे नहीं आती। लोग खुली आंखों से यह सब देख रहे हैं। जनता का आक्रोश बढ़ता जा रहा है, लेकिन सरकार को यह समझना चाहिए कि लोगों की जान के नुकसान के लिए सरकार ही जिम्मेदार है। कल कल्याण, आज मुंबई… न जाने कितनी घटनाएं होने वाली हैं? कभी पुणे, कभी ठाणे तो कभी मुंबई में हत्याओं का रोमांच जारी रहता है।”
महाराष्ट्रात लागोपाठ उघडपणे गोळीबाराच्या घटना घडणं, ही अतिशय गंभीर बाब आहे.
‘सागर’ बंगल्यावर बसलेल्या गृहमंत्र्यांचं महाराष्ट्राच्या कायदा सुव्यवस्थेकडे लक्ष आहे की नाही असा प्रश्न पडतो.
सरकार कुणाचंही असो पुरोगामी महाराष्ट्राची वाटचाल युपी/बिहारच्या दिशेने होणं ही इथल्या… pic.twitter.com/NpPYgTsCge— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) February 8, 2024
मौरिस के नेताओं से संबंध
जितेंद्र आव्हाड ने एक्स अकाउंट पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ मौरिस नरोन्हा की फोटो शेयर कर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ”ऐसा प्रतीत होता है कि गोलीबारी मामले में मृत आरोपी मौरिस नारोन्हा के सभी दलों के राजनीतिक नेताओं से संबंध थे। लेकिन वह किसी राजनीतिक दल में काम नहीं कर रहे थे, प्रारंभिक जानकारी से पता चल रहा है कि वह अपनी स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से कोई सामाजिक कार्य कर रहे थे।”
अभिषेक घोसालकर को 5 गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया गया…#ShivSena #UBTLeaderShotDead #AbhishekGhosalkar #MaharashtraLawOrder #HindiNews #Navabharat pic.twitter.com/2eIg29rtY9
— NavaBharat (@enavabharat) February 9, 2024