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नई दिल्ली. जहां एक तरफ महाराष्ट्र (Maharashtra0 में इस समय जबरदस्त सियासी घमासान चल रहा है। वहीं इन सबके बीच महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल ने बीते बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। हालांकि प्रफुल्ल पटेल ने इस बाबत कहा कि, ये केवल एक शिष्टाचार मुलाकात थी। हमने केंद्रीय कैबिनेट में कोई पद नहीं मांगा है। लेकिन सूत्रों की मानें तो मामला सियासी लड़ाई और मंत्रालय बंटवारे का ही है।

हालांकि प्रफुल्ल पटेल ने आगे यह भी कहा कि, सत्ताधारी गठबंधन में कोई फूट नहीं है। महाराष्ट्र में 1-2 दिनों में पोर्टफोलियो (मंत्रालयों) का बंटवारा आराम से हो जाएगा। जानकारी के अनुसार आगामी 18 जुलाई को NDA गठबंधन के घटक दलों की मीटिंग बुलाई गई है। इस दौरान अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल नरेंद्र मोदी से भी एक जरुर मुलाकात करेंगे।

क्या रहा पोर्टफोलिया बंटवारे का फैसला

गृहमंत्र शाह से अपनी मीटिंग बाबत पटेल ने कहा कि, इसी हफ्ते सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फणनवीस के साथ हुई मीटिंग में पोर्टफोलियो के बंटवारे पर फैसला हो गया है। इसमें कुछ दिक्कतें तो आएंगी। हालांकि गृहमंत्री शाह से मिलकर भी जिसे और सुधरी हैं।

गौरतलब है कि, फिलहाल, सभी मंत्रालय BJP और शिंदे की शिवसेना के बीच बंटे हुए हैं। लेकिन अब NCP के मंत्रियों को विभाग देने के लिए इन दोनों पार्टियों को कुछ मंत्रालय छोड़ने होंगे। वहीं प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि, “सरकार में शामिल होने के 4-5 दिनों तक हमने पोर्टफोलियो का मुद्दा नहीं उठाया था। कुछ ही दिन पहले हमने यह मुद्दा उठाया जिसके बाद हमने 3 मीटिंग की।”

जानकारी दें कि, महाराष्ट्र में अजित पवार गुट को सरकार में शामिल हुए 7 दिनों से से ज्यादा हो गया है लेकिन अभी तक मंत्रालयों का बंटवारा नहीं हो सका है। वहीं सूत्रों की जानकारी के अनुसार, BJP, शिवसेना (शिंदे गुट) और NCP के बीच विभागों को लेकर खींचतान चल रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बीच एक बैठक हुई थी। वहीं विभागों के बंटवारे के लिए यह ऐसी तीसरी बैठक थी। बताया जा रहा है कि, सारा मुद्दा वित्त मंत्रालय को लेकर ही है।