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पुणे: राकांपा के प्रमुख शरद पवार ने समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर सड़क हादसे में 25 लोगों की मौत के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए दावा किया कि कुछ लोगों ने उनसे कहा था कि इस तरह की दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले ‘देवेंद्रवासी’ हो जाते हैं।          

पवार ने कहा,‘समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। मैंने भी इस मार्ग से एक बार सफर किया था। जब लोगों से मैंने उनका अनुभव पूछा तो उन्होंने मुझे बताया कि समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर हादसे में जो व्यक्ति अपनी जान गंवाता है,वह देवेंद्रवासी बन जाता है।’  एक्सप्रेस-वे पर काम वैज्ञानिक ढंग से नहीं किया गया और यह कई हादसों की वजह हो सकता है।

मृतकों के परिजनों के लिए पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि समाधान नहीं है। विशेषज्ञों की एक समिति ऐसे हादसों को रोकने के लिए बनायी जानी चाहिए। इस मार्ग पर साइनबोर्ड नहीं होने की शिकायतें हैं, इसलिए पूरे मार्ग का सघन निरीक्षण करना जरूरी है ताकि इसे यातायात के लिए सुरक्षित बनाया जा सके। 

अशोभनीय प्रहार – बावनकुले

इस बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि पवार ने ‘देवेंद्रवासी’ टिप्पणी कर अशोभनीय प्रहार किया है। उन्होंने दावा किया कि बतौर मुख्यमंत्री पवार ने 23 नवंबर, 1994 को नागपुर में भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिवारों एवं घायलों से भेंट नहीं की थी और मुंबई लौट आये थे। तब इस भगदड़ की घटना में गोवारी समुदाय के 114 लोगों की जान चली गयी थी।

मुंबई में हुए 26/11 के आतंकवादी हमले और नौ अगस्त, 2011 को मवाल में किसानों पर की गयी गोलबारी का हवाला देते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ये ऐसी घटनाएं हैं जो अब भी प्रभावितों को पीड़ा पहुंचाती हैं । उन्होंने सवाल किया कि ‘जो लोग इन घटनाओं में अपने जान गंवा बैठे, क्या उन्हें शरदवासी कहा जाए।’ बावनकुले ने कहा कि फडणवीस ने समृद्धि एक्सप्रेसव को हकीकत बनाने के लिए कठिन प्रयास किया और इस मार्ग का लाखों लोग इस्तेमाल करते हैं और उनका समय बचता है।