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महाराष्ट्र: जैसा कि हम बीते एक हफ्ते से देख रहे है कि महाराष्ट्र में अप्रैल महीने की शुरुआत से ही भीषण गर्मी बढ़ने लगी है। ऐसे में आज हम महाराष्ट्र के मौसम को लेकर और एक बड़ी खबर आपके लिए लेकर आए है। भीषण गर्मी के बीच, बंगाल की खाड़ी में तूफान की स्थिति के कारण महाराष्ट्र के अधिकांश जिलों में बारिश के अनुकूल मौसम विकसित हो गया है। ऐसे में अब मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि अगले 24 घंटों में मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ समेत राज्य के अन्य हिस्सों में बिजली चमकने और गरज के साथ तूफानी बारिश हो सकती है। इस तरह आये दिन महाराष्ट्र के मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। 

यहां होगी ओलावृष्टि

जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस बीच मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि इस साल देशभर में करीब 90 फीसदी बारिश होगी। वही इसके साथ ही कल मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में भी ओलावृष्टि होने की संभावना है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों में भी गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा। महाराष्ट्र के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है।

यहां रहा 40.2 डिग्री सेल्सियस तापमान

आपको बता दें कि इस बीच, पिछले 24 घंटों में चंद्रपुर में देश में सबसे अधिक 40.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। सोलापुर, परभणी, अकोला, अमरावती, ब्रह्मपुरी, वर्धा, वाशिम में तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वही आपको यह भी बता दें कि कोंकण को ​​छोड़कर महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान 35 से 39 डिग्री के बीच रहा। इसलिए न्यूनतम तापमान में कमी आ रही है। 

यहां तूफान आने की स्थिति 

छत्तीसगढ़ से विदर्भ, तेलंगाना, कर्नाटक से लेकर दक्षिण तमिलनाडु तक समुद्र तल से 900 मीटर की ऊंचाई पर कम दबाव का क्षेत्र और खंडित हवा की स्थिति बनी हुई है। पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में 1.5 किमी की ऊंचाई पर और उत्तरी मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में 900 मीटर की ऊंचाई पर चक्रवाती तूफान की स्थिति बनी हुई है।

इस साल राज्य में होगी भारी बारिश 

दरअसल अल नीनो तूफान पिछले दो वर्षों से सक्रिय होने के कारण बारिश को प्रभावित कर रहा है। मौसम विभाग ने निर्देश दिया है कि इस साल भी प्रशांत महासागर में अल नीनो सक्रिय है। इससे भारत में मानसून की स्थिति को लेकर चिंता जताई जा रही है, लेकिन यह भी अनुमान लगाया गया है कि भारत में चिंता की कोई स्थिति नहीं होगी। अल-नीनो के बावजूद इस साल 90 फीसदी मॉनसून बारिश होने का अनुमान है। अब देखना यह होगा क्या महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्सों में अब बारिश होने वाली है।