हिंसक हुए मराठा, बीजेपी सांसद चिखलीकर के काफिले पर हमला

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  • सुलग उठी है मराठा आरक्षण की आग 

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) की आग तेजी से सुलग रही है। अब आरक्षण की मांग को लेकर मराठा हिंसक (Violent) हो गए हैं। आंदोलन (Protest) के दौरान कई जिलों में मराठा समाज के लोगों ने नेताओं के प्रवेश पर रोक लगाने का ऐलान कर दिया है। गुरुवार की देर रात नांदेड़ जिले में भाजपा सांसद प्रताप चिखलीकर के काफिले में शामिल दो वाहनों में मराठा कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की। इसके बाद चिखलीकर तो किसी तरह बच कर वहां से निकल गए। बीजेपी सांसद नांदेड़ के अंबुलगा गांव में पूर्व जिला परिषद सदस्य मनोहर तेलंग से मिलने गए थे. जब इसकी जानकारी वहां के स्थानीय मराठा समाज को मिली तो उन्होंने चिखलीकर को घेर लिया। इस दौरान लोगों ने ‘एक मराठा लाख मराठा के’  नारे भी लगाए। 

मोदी के विमान को उतरने नहीं दिया जाता
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे मनोज जरांगे पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को शिर्डी में  मराठा आरक्षण के मुद्दे पर कुछ नहीं कहा।  शायद उन्हें बताया ही नहीं गया होगा। जरांगे ने कहा है कि अगर मराठों ने ठान लिया होता तो प्रधानमंत्री मोदी के विमान को भी शिर्डी में उतरने नहीं दिया जाता। उन्होंने कहा कि लगता है कि अब प्रधानमंत्री मोदी को गरीबों की जरूरत नहीं है। 
 
 
बारामती में अजित पवार का भी विरोध
डिप्टी सीएम अजित पवार का उनके गढ़ बारामती में विरोध शुरू हो गया है। मराठा क्रांति मोर्चा ने बारामती तालुका के मालेगांव सहकारी चीनी कारखाने के मोली पूजा में आने वाले अजित पवार के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है। मोर्चा ने इस कार्यक्रम में अजीत पवार को न बुलाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि हम डिप्टी सीएम को यहां प्रवेश नहीं करने देंगे। 

कोल्हापुर में पालक मंत्री हसन मुश्रीफ का घेराव
कोल्हापुर में पालक मंत्री हसन मुश्रीफ का घेराव किया गया। मराठा प्रदर्शनकारियों ने एक निर्धारित कार्यक्रम के लिए पाटगांव जाते समय मुश्रीफ की कारों के काफिले को रोक दिया।  उन्होंने मुश्रीफ से इस्तीफे की मांग की। पिंपरी में मराठा समाज के लोगों ने विधान परिषद में नेता विपक्ष अंबादास दानवे को काले झंडे दिखाए। 

रोहित पवार की यात्रा का विरोध
मराठा आंदोलनकारियों ने राकां के युवा विधायक रोहित पवार को भी संघर्ष यात्रा रोकने के लिए कहा है। छत्रपति संभाजी महाराज की समाधि श्री क्षेत्र तुलापुर पहुंचने पर मराठा समाज ने रोहित का विरोध किया। लेकिन अपनी कूटनीति का इस्तेमाल करते हुए राकां विधायक ने मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे मनोज जरांगे पाटिल के समर्थन में एक दिन अनाज का त्याग करने का ऐलान कर दिया। जिसके बाद रोहित की पदयात्रा आगे के लिए निकल गई। वहीं एक आंदोलनकारी नेता ने धमकी दी है कि अगर राकां विधायक ने अपनी यात्रा नहीं रोकी तो वह उनके कपड़े फाड़ देगा। 
 
 
समिति का कार्यकाल बढ़ाया
हिंसक प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार ने मराठा आरक्षण का स्टडी करने के लिए गठित शिंदे समिति को रिपोर्ट सौंपने की समय सीमा को बढ़ा कर 24 दिसंबर कर दी है। इससे पहले 30 नवंबर की समयसीमा दी गई थी। कहा गया है कि इस समय तेलंगाना में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इसलिए मूल दस्तावेज मिलने में देरी हो रही है। यही वजह है कि शिंदे कमेटी को ये एक्सटेंशन दिया गया है। मराठा समाज को आरक्षण देने की मांग कर रहे मनोज जरांगे पाटिल ने कुणबी दस्तावेजों के आधार पर आरक्षण देने की मांग की है। जिसका शिंदे समिति अध्ययन कर रही है। 
 
अपने घरों पर रहे नेता
आमरण अनशन पर बैठे मराठा नेता, मनोज जरांगे पाटिल ने कहा, मैं सत्ताधारी नेताओं से अपील करता हूं कि  वह मुझसे  मिलने  गांव न आएं और अपने घरों पर रहें। नेताओं के आने से कानून व्यवस्था बिगड़ती है। सभी नेता अपने विधानसभाओं में मराठाओं को आरक्षण देने के लिए आवाज उठाएं।