Raheja Tower Rani Sati Marg Malad

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मुंबई: मुंबई के मलाड इलाके से बड़ी दुर्घटना की खबर सामने आयी है। रहेजा बिल्डर के कंस्ट्रक्शन साइट पर 40 फीट गहरे गड्ढे में गिरने की वजह से 2 लोगों की मौत हो गई है। जबकि गड्ढे में गिरे 3 में से बचे एक जख्मी की हालत गंभीर बनी हुई है। दमकल विभाग की टीम ने गड्ढे में गिरे तीन लोगों को रेस्क्यू किया था, जिसके बाद उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती किया गया है। अस्पताल पहुंचने से पहले ही 2 की मौत हो गयी थी। मृतकों के नाम राजू (50) और जावेद शेख (35) बताई गई है। जबकि अकीब शेख (19) की हालत गंभीर बनी हुई है। पिंपरीपाड़ा, रानी सती मार्ग, रत्नागिरी होटल के पास, मलाड (पश्चिम) की यह घटना है।  

साथी को बचने गए मजदूर भी फंस गए   
मुंबई उपनगर के अंतर्गत आने वाले मलाड पूर्व स्थित शांति नगर के ठीक सामने रहेजा बिल्डर का कंस्ट्रक्शन कार्य चल रहा है। जहां यह हादसा हुआ। बताया गया है कि 25 मंजिले की निर्माणाधीन इमारत के अंदर लगभग 40 फीट गहरे ड्रेनेज में सफाई के दौरान एक कर्मचारी संतुलन बिगड़ने की वजह से गिर गया। जिसे बचाने के लिए, एक युवक गड्ढे में उतरा, लेकिन वह भी अंदर ही फंस गया। इसके बाद दूसरे युवक को बचाने के लिए जावेद नाम का शख्स दौड़ा लेकिन वह भी अंदर फंस गया। 

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर स्थानीय पुलिस के साथ-साथ दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू शुरू किया। राहत बचाव कार्य में जुटी रेस्क्यू की टीम ने किसी तरह तीनों को बाहर निकालने में सफलता हासिल कर ली, लेकिन गंभीर रूप से घायल तीनों व्यक्तियों में से जावेद शेख और राजू की मौत हो गई है। जावेद के परिजन घटना की खबर मिलते ही कंस्ट्रक्शन साइट पर पहुंचे। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। मलाड पूर्व के शांति नगर के पास स्थित वॉटर टैंक रोड की घटना है। 

बताया गया कि 35 वर्षीय जावेद और 50 वर्षीय राजू की दम घुटने से मौत हो गई है। जावेद के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। शांति नगर का रहवासी जावेद के दो छोटे छोटे बच्चे हैं। पत्नी रह रह कर बेहोश हो जा रही है। जावेद के परिवार ने रहेजा बिल्डर पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगाया है।

अकीब को जावेद ने बचाया लेकिन हेल्दी होने की वजह से जावेद को बाहर निकालने में बचाव कर्मियों को कड़ी जद्दोजहद करनी पड़ी, जब उसे बाहर निकाला गया तो सांस लेने में उसे बहुत ज्यादा दिक्कत आ रही थी और आखिरकार अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। मृतक जावेद शेख की दो छोटी छोटी बच्चियां हैं लेकिन सिर से पिता का साया छीन जाने के बाद उनके जीवन पर भी मानो अंधेरा छा गया है। वहीं दूसरी ओर इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी मौके पर कंस्ट्रक्शन कार्य चलता रहा। हालांकि बाद में इसे बंद कर दिया गया। स्थानीय शांतिनगर परिसर में रहने वाले मृतक जावेद के पड़ोसी बताते हैं कि जावेद अपने भाई की जान बचाने के लिए वहां पर गया था। आपको बता दें कि जिस जगह पर यह कंस्ट्रक्शन कार्य चल रहा है यह वन विभाग क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। मृतक के परिवार वालो को अब आर्थिक मुआवजे की दरकार है ताकि परिवार के मुखिया के चले जाने के बाद उनकी आजीविका का कोई रास्ता सुनिश्चित हो सके।