मुंबई: कोलाबा-बांद्रा-सीप्ज़ के बीच निर्माणाधीन मेट्रो-3 अंडरग्राउंड कॉरिडोर (Metro-3 Underground Corridor) के लिए पहली प्रोटोटाइप ट्रेन (Prototype Train) के 4 डिब्बों का पहला जत्था मंगलवार को तड़के मुंबई में दाखिल हो गया है।
बताया गया कि सड़क मार्ग से लगभग 1,400 किमी की दूरी तय कर 4 ट्रेलर के माध्यम से 4 मेट्रो कोच को आंध्र प्रदेश स्थित श्री सिटी के प्लांट से लाया गया है। श्री सिटी से 13 दिन पहले रवाना हुए इन कोच को फ़िलहाल आरे में रखा जाएगा।
4 और कोच जल्द
4 कोचों का अगला जत्था जल्द ही मुंबई पहुंचेगा। प्रत्येक का वजन 42 टन है। इन्हें 64 पहियों वाले विशेष 8-एक्सल ट्रेलर द्वारा लाया गया है। 8 कोच की मेट्रो रेक को असेंबल किया जाएगा। बताया गया है कि अस्थाई रूप से पहले इसका परीक्षण होगा। प्रोटोटाइप ट्रेन का प्रारंभिक ट्रायल रन 3 किमी में एमएमएल-3 सुरंग में मरोल नाका मेट्रो स्टेशन तक होगा। उल्लेखनीय है कि मेट्रो-3 के लिए पहले चरण में 8 ट्रेन बनाने का ऑर्डर एल्सटोम कंपनी को दिया गया है। इनमें से 2 प्रोटोटाइप ट्रेन कंपनी के आंध्र प्रदेश स्थित श्री सिटी के प्लांट में तैयार हो चुके हैं।
Much awaited #train of @MumbaiMetro3 #aqualine has landed in Mumbai. First 4 coaches reached the unloading facility. Remaining 4 coaches will be here in a couple of days. Both the site and our team are in readiness to assemble the train and start the trials. https://t.co/Fme4nvBEhc pic.twitter.com/5qIWS25wIf
— Ashwini Bhide (@AshwiniBhide) August 2, 2022
काम फ़ास्ट ट्रैक पर
राज्य में सरकार बदलने के साथ मुंबई की पहली भूमिगत मेट्रो का काम फ़ास्ट ट्रैक पर शुरू है। पॅकेज-1 के तहत 90 प्रतिशत सिविल वर्क पूरा होने के साथ कई भूमिगत स्टेशनों का काम तेजी से चल रहा है। टनलिंग का काम लगभग पूरा हो गया है।
2024 तक कारशेड
मेट्रो-3 के काम में हुई देरी और कारशेड विवाद के बीच मेट्रो के ट्रायल रेक तैयार भी हो चुके हैं। जापान सरकार के वित्तीय सहयोग से एमएमआरसी द्वारा किए जा रहे इस बहुद्देशीय प्रोजेक्ट के लिए राज्य सरकार ने आरे में ही कारशेड बनाए जाने का निर्णय लिया है। कुछ संस्थाओं के विरोध के बीच आरे में कारशेड का काम शुरू कर दिया गया है। एमएमआरसी के अनुसार, 2024 तक कारशेड बनाए जाने की योजना है।इसके साथ ट्रायल और संचालन भी शुरू होने वाला है।