Acworth Hospital

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    -सूरज पांडे

    मुंबई:  कुष्ठ रोगियों (Leprosy Patients) के उपचार के लिए प्रसिद्ध महानगरपालिका के एकवर्थ अस्पताल (Acworth Hospital) में 50 फीसदी से भी अधिक पदें रिक्त (Vacancies) हैं। अस्पताल में सुप्रिटेंडेंट, मेडिकल ऑफिसर, ड्रेसर सहित कई अन्य पोस्ट रिक्त हैं। इस क्षेत्र से जुड़े डॉक्टर और अधिकारियों की माने तो एक तो मरीजों (Patients) की संख्या काफी कम हो गई और दूसरी बात यह है कि डॉक्टर (Doctor) अब इस क्षेत्र में सेवा देने के लिए इच्छुक भी नहीं है।

    मुंबई (Mumbai) में एक समय कुष्ठरोग का प्रकोप काफी अधिक था। मरीजों के उपचार के लिए 7 नवंबर 1890 में वडाला में एकवर्थ अस्पताल की स्थापना की गई। एक समय अस्पताल में 500 बेड्स उपलब्ध थे, लेकिन मरीजों की संख्या कम होने के बाद अब 240 बेड्स और 1 ऑपेरशन थिएटर है। फिलहाल अस्पताल में सक्रिय मरीजों से अधिक बीमारी से ठीक होनेवालों की संख्या है। ओपीडी और अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम होती जा रही है, लेकिन अस्पताल के कई महत्वपूर्ण पद रिक्त हैं। 

    …तो निश्चित हम कर्मचारियों की भर्ती करेंगे

    महानगरपालिका स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, अस्पताल में कुल 70 पोस्ट है, जिसमें से 36 पोस्ट रिक्त पड़े हैं। यानी स्टॉफ की संख्या 50 फीसदी से भी अधिक खाली है। अतिरिक्त महानगरपालिका आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि ऐसा नहीं है कि हमने अस्पताल को अनदेखा कर दिया है, हाल ही में मैंने अस्पताल में विजिट किया वहां के मौजूदा हालात का जायजा लिया। हमारे पास काफी कम एक्टिव मरीज हैं। सर्जरी की भी बहुत कम लोगों को आवश्यकता पड़ती है। यदि किसी को सर्जरी की जरूरत भी है तो उसे हम हमारे प्रमुख अस्पतालों में रेफर कर देते हैं। मरीजों के अनुपात में अस्पताल में पर्याप्त स्टॉफ है। यदि हमें लगता है कि वर्क लोड बढ़ रहा है तो निश्चित हम भर्ती करेंगे।

    अस्पताल में पहले कुष्ठरोगियों की सर्जरी भी की जाती थी, लेकिन वहां मौजूद सर्जन रिटायर हो गए और उसके बाद वहां पर टाला लग गया है। पिछले कई सालों से न तो सर्जन की भर्ती न ही सर्जरी शुरू हुई। पहले हम मरीजों को वहां भेजते थे, लेकिन अब हम उन्हें ट्रस्ट के अस्पताल या फिर मनपा के अन्य अस्पतालों में भेजते हैं।

    -डॉ. वी.वी. पाई, निदेशक, बॉम्बे लेप्रोसी प्रोजेक्ट एनजीओ

    आरक्षण और अन्य कारणों से पोस्ट पर भर्ती नहीं

    महानगरपालिका स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों ने बताया कि कई पोस्ट आरक्षण के कारण अटके पड़े हैं, तो कुछ कर्मचारी ने महानगरपालिका की नौकरी छोड़ राज्य सरकार की नौकरी जॉइन कर ली है। अस्पताल में मरीजों की पट्टी बांधने के लिए ड्रेसर की पोस्ट खाली है, ऐसे में इसकी पूर्ति करने के लिए कांट्रेक्ट पर दो लोगों की नियुक्ति की गई है। वे दोपहर तक रहते है बाद यदि रात में कुछ जरूरत पड़ती है तो ठीक हुए मरीज या पीड़ित एक दूसरे की ड्रेसिंग करते हैं।

    मरीजों की कम होती संख्या   

    साल    ओपीडी भर्ती       
    2019  24933  864
    2020   19386  675

    2021  17622(अक्टूबर तक) 462

    खोज मुहिम में 18 मिले संक्रमित

    कुष्ठ रोग विभाग द्वारा मुंबई करीब 50 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। फरवरी तक चलने वाले इस मुहिम में 10 लाख 89 हजारे 576 लोगों की स्क्रीनिंग किया गया है, जिसमें से 2478 संभावित लोग मिले हैं। इनमें से 1646 का जांच करने पर 18 में रोग की पुष्टि हुई है।