gold and silver

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    मुंबई: पिछले दो वर्ष कोरोना संकट (Corona Crisis) के कारण हुए लॉकडाउन (Lockdown) के बाद अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर मुंबई (Mumbai), ठाणे (Thane) सहित देशभर के सर्राफा बाजारों में काफी चहल-पहल दिखाई दी, जिसके कारण इस बार सर्राफा कारोबारियों ने जमकर व्यापार किया। पूरे देश में अक्षय तृतीया पर 15,000 करोड़ रुपए मूल्य का सोना-चांदी (Gold-Silver) बिकने का अनुमान लगाया गया है। 

    इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के निदेशक सौरभ गाडगिल ने कहा कि आज सुबह से ही सर्राफा बाजारों में ग्राहकों का तांता लगना शुरू हो गया और देर शाम तक बिक्री होती रही। पिछले एक सप्ताह में सोने-चांदी के दाम घटने से भी ग्राहकों का उत्साह बढ़ा। सोने-चांदी के सिक्के, बार, लाइटवेट और हैवीवेट ज्वैलरी, डायमंड ज्वैलरी, चांदी के बर्तन सभी की अच्छी बिक्री हुई। कुल मिलाकर 2019 के मुकाबले 30% अधिक यानी 25 टन से अधिक सोना बिकने का अनुमान है।

    दो साल बाद आई रौनक

    ऑल इण्डिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने कहा कि दो वर्ष के अंतराल के बाद देश भर में सोने-चांदी का लगभग 15 हजार करोड़ का व्यापार हुआ। अक्षय तृतीया को भारत में बहुत शुभ दिन माना जाता है और इस दिन सोना-चांदी खरीदने से घर और व्यापार में बरक्कत होती है, ऐसी मान्यता है और इसलिए यह दिन सोने-चांदी के व्यापार के लिए भी बहुत शुभ माना जाता है। 

    सोना-चांदी कीमतों में बढ़ा अंतर

     कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि तीन वर्ष पहले 2019 में अक्षय तृतीया के मौके पर सोने और चांदी के भाव में ज्यादा अंतर नहीं था। सोना तब 32,700 रुपए प्रति 10 ग्राम तो चांदी 38,350 रुपए प्रति किलो थी। वहीं, इस वर्ष अक्षय तृतीया के पांच दिन पहले सोना 53 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम तो चांदी 66,600 रुपए प्रति किलो के आस-पास थी। वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना संकट के चलते अक्षय तृतीया पर देश भर के सर्राफा दुकानें नहीं खुल सकीं थीं।

    2020 में हुई थी मात्र 500 करोड़ रुपए की बिक्री

    कैट के महानगर महामंत्री तरुण जैन ने  बताया कि 2019 में देश भर में सिर्फ अक्षय तृतीया पर ही लगभग 10 हजार करोड़ रुपए के सोने की बिक्री हुई थी, लेकिन, 2020 में अक्षय तृतीया पर मई माह में लॉकडाउन होने के कारण सोने की बिक्री शगुन के रूप में महज 5 फीसदी यानी करीब 500 करोड़ रुपए के आसपास ही हुई थी। लगातार दो साल लॉकडाउन में अक्षय तृतीया का त्योहार आने से भी व्यापार ठप रहा, किन्तु अबकी 2022 में देश कोरोना महामारी से उबर चुका है और आज देश भर के स्वर्ण बाजारों में ग्राहकों में बहुत उत्साह देखा गया। बहुत लोगों ने पहले से जेवरों की बुकिंग भी की थी।