मुंबई: मध्य रेलवे (Central Railway) के सीएसएमटी स्टेशन (CSMT Station ) पर सीधे हवा से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वाटर वेडिंग कियोस्क लगाए गए हैं। उल्लेखनीय है कि इस वाटर कियोस्क में (वाटर फ्रॉम एयर) हवा से पानी निकाल कर उन्हें प्लास्टिक बोतल में वितरित किया जा रहा है।
मेघदूत नामक ब्रांड वाले इस वायुमंडलीय जल जनरेटर कियोस्क को मेसर्स मैत्री एक्वाटेक प्रा.लि. नामक कंपनी के माध्यम से स्टेशनों पर स्थापित किया गया है। सीएसएमटी और दादर स्टेशन पर यह शुरू भी हो गया है।
मिल रहा अच्छा प्रतिसाद
सीएसएमटी पर छह स्थानों पर लगाए गए वाटर कियोस्क का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। बताया गया कि शुरुआत में कुछ वाटर कियोस्क से 100 से 125 लीटर पानी बिक रहा है। इसके लिए मध्य रेलवे के मुंबई मंडल पर 17 कियोस्क लगाए जा रहे हैं। योजना के तहत कंपनी लायसेंस शुल्क के रूप में पांच साल के लिए मध्य रेलवे को 25 लाख रुपए अदा करेगी। पहले चरण में सीएसएमटी पर छह ,दादर में चार, कुर्ला में एक, ठाणे में चार, घाटकोपर में एक और विक्रोली में एक कियोस्क लगाया जा रहा हैं।
15 रुपए में एक लीटर मिलेगा पानी
वैसे इस वाटर जनरेटर मशीन से यात्रियों को बोतल के साथ 15 रुपए में एक लीटर शुद्ध पानी मिल रहा है, जबकि बोतल रिफिल के लिए एक लीटर पानी का मूल्य 12 रुपए, आधा लीटर के लिए आठ और 300 मिली के लिए पांच रुपए निर्धारित हैं। यात्री धीरे-धीरे इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि रेलवे स्टेशनों पर ‘रेल नीर’ पानी का बोतल भी 15 रुपए में मिलता है। मुंबई के स्टेशनों पर शुद्ध पेय जल की कमी को देखते हुए आईआरसीटीसी की तरफ से वाटर वेडिंग मशीनें भी लगीं थी, जो बंद पड़ गईं।
पहला स्वदेशी वाटर जनरेटर
बताया गया कि यह भारत की पहली स्वदेशी वायुमंडलीय वाटर जनरेटर मशीन है, जो हवा में फैले जल वाष्प को ताजे और स्वच्छ पेयजल में बदलने का कार्य करती है। कंपनी ने उच्चतम गुणवत्ता के पानी का उत्पादन करने के लिए सीएसआईआर-भारतीय रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी), हैदराबाद के साथ समझौता किया है।