Maharashtra deputy CM and NCP leader Ajit Pawar tests positive for Covid-19

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    मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में आघाड़ी सरकार (Aghadi Government) के जाने के बाद अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के कद्दावर नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) को नेता विपक्ष की अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। शिवसेना (Shiv Sena) के 40 विधायकों के बागी हो जाने के बाद अब आघाड़ी के अंदर एनसीपी सबसे बड़ा दल बन गया है। आघाड़ी के अंदर शिवसेना पहले नंबर से खिसक कर तीसरे नंबर की पार्टी बन गई है। 

    बगावत से पहले शिवसेना के पास 55 विधायक थे, लेकिन अब 40 विधायकों के बाहर चले जाने के बाद यह संख्या 15 हो गई है। एनसीपी के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं। ऐसे में अब आघाड़ी के अंदर एनसीपी सबसे बड़ा दल बन गया है। ऐसे में जाहिर तौर से नेता विपक्ष पर एनसीपी अपना दावा ठोकेगी। हालांकि यह देखना भी दिलचस्प होगा कि क्या पार्टी अध्यक्ष शरद पवार नेता विपक्ष के पद के लिए अजीत पवार के नाम पर अपनी सहमति देते हैं या नहीं।  

    धनंजय मुंडे विधान परिषद में नेता विपक्ष!

    सूत्रों के मुताबिक, एनसीपी विधान परिषद में अपने फायर ब्रांड नेता धनंजय मुंडे को नेता विपक्ष बना सकती है। हालांकि यहां कांग्रेस भी अपना दावा ठोंक सकती है। कांग्रेस कह सकती है कि अगर विधानसभा में एनसीपी का नेता विपक्ष की जिम्मेदारी संभालती है तो फिर विधान परिषद में नेता विपक्ष का पद उन्हें मिलना चाहिए।