File Photo
File Photo

    Loading

    मुंबई : महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) सोमवार की सुबह अचानक प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate)  ( ईडी ) के कार्यालय पहुँच गए। देशमुख पिछले एक महीने से  ज्यादा समय से लापता चल रहे थे। ईडी 100 करोड़ वसूली मामले में देशमुख से पूछताछ से लिए उन्हें 5 बार समन भेज चुकी थी। लेकिन देशमुख हाजिर नहीं हुए थे।

    हाल ही में बॉम्बे हाई कोर्ट ने कथित मनी लांड्रिंग और भ्रष्टाचार के मामले में  देशमुख के खिलाफ जारी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन को खारिज करने का अनुरोध करने वाली याचिका खारिज कर दी थी।अदालत ने कहा कि देशमुख इन समन को रद्द करने के पक्ष में मामला बनाने में असफल रहे। हाईकोर्ट ने कहा कि पूर्व मंत्री की याचिका इस योग्य नहीं है कि उसके आधार पर निदेशालय या सीबीआई को उनके खिलाफ कोई बलपूर्वक कार्रवाई करने से रोका जाए। सीबीआई ने मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार और कदाचार के आरोपों की प्रारंभिक जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज की थी।

    बिचौलिया गिरफ्तार

    इससे पहले रविवार को सीबीआई ने रिश्वत मामले में एक कथित बिचौलिए संतोष जगताप को रविवार ठाणे से गिरफ्तार किया था। सीबीआई के अधिकारियों ने कहा कि वह पिछले महीने गैर-जमानती वारंट जारी होने के बावजूद जांच से बच रहा था। सीबीआई ने अगस्त महीने में जगताप के ठिकानों पर छापा भी मारा था और 9 लाख  रुपए बरामद किए थे।

    अनिल देशमुख ने जारी किया वीडियो

    कहां हैं परमबीर सिंह !

    ईडी कार्यालय में पहुंचने से पहले अनिल देशमुख ने एक वीडियो जारी कर कहा कि मेरे ऊपर आरोप लग रहे थे की मैं जांच में सहयोग नहीं कर रहा हूं। इसलिए मैं ईडी कार्यालय जा रहा हूं। लेकिन मेरा सवाल यह है कि मेरे ऊपर 100 करोड़ रुपए की वसूली का आरोप लगाने वाले मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह कहां हैं।  मीडिया में ऐसी रिपोर्ट है कि सिंह विदेश भाग गए हैं। देशमुख ने कहा कि मेरे ऊपर लगे आरोप झूठे हैं और इस मामले में मेरे परिवार को भी तंग किया जा रहा है।