मुंबई: बीजेपी (BJP ) के पूर्व सांसद किरीट सोमैया (Kirit Soumaiya) ने नए सबूतों के साथ ठाकरे सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल परब (Anil Parab) को एक बार फिर घेरने की कोशिश की है। गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के बाद मंत्री परब ने दावा किया था कि दापोली स्थित साईं रिसोर्ट का मालिक वे नहीं, बल्कि सदानंद कदम हैं और उनका इस रिसोर्ट से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि किरीट सोमैया ने शुक्रवार को नए सबूत पेश कर आरोप लगाया कि यदि परब का उस रिसोर्ट से कोई संबंध नहीं है तो फिर उन्होंने दिसंबर 2020 में इस रिसॉर्ट के लिए संपत्ति कर का भुगतान क्यों किया।
उन्होंने 17 दिसंबर 2020 को मुरुड ग्राम पंचायत में अनिल परब द्वारा रिसोर्ट परिसर के लिए संपत्ति कर के भुगतान की रसीद प्रस्तुत करने की प्रति भी दिखाई। इसके अलावा सोमैया ने दिसंबर 2019 में परब द्वारा रिसॉर्ट परिसर के लिए जमा की गई संपत्ति कर की कॉपी को भी पेश किया।
किरीट सोमैया ने पूछा सवाल
किरीट सोमैया ने पूछा कि अगर रिसॉर्ट का मालिक सदानंद कदम है, तो अनिल परब ने संपत्ति कर का भुगतान क्यों किया है। उन्होंने कहा कि अब तक उद्धव ठाकरे जैसे चालाक मुख्यमंत्री को महाराष्ट्र की राजनीति में नहीं देखा है। सोमैया ने कहा कि उद्धव ठाकरे और अनिल परब को माफिया और धोखाधड़ी के लिए नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए।
जेल जाने की अगली बारी यशवंत जाधव की
इस मौके पर सोमैया ने कहा कि जेल जाने की शुरुआत बीएमसी में शिवसेना नेता यशवंत जाधव से होगी। उन्होंने कहा कि कंपनी मंत्रालय ने मामला दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, वहीं इसके बाद परिवहन मंत्री अनिल परब का भी नंबर आएगा।