संभाजी राजे (Photo Credits-ANI Twitter)
संभाजी राजे (Photo Credits-ANI Twitter)

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    मुंबई: मराठा नेता संभाजी राजे (Sambhaji Raje) ने शिवसेना (Shiv Sena) पर धोखा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने मुंबई (Mumbai) में एक प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया कि राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Elections) में समर्थन देने को लेकर शिवसेना अध्यक्ष और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने उन्हें जो वचन दिया था, उसे नहीं निभाया। ऐसे में संभाजी ने अब राज्यसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।  

    इससे पहले उन्होंने इस चुनाव में निर्दलीय के रूप में उतरने का ऐलान किया था। 6 साल पहले संभाजी बीजेपी के सहयोग से राष्ट्रपति कोटे से राज्यसभा सदस्य बने थे, लेकिन इस बार पार्टी के साथ मोहभंग हो जाने के बाद उन्होंने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।  इस चुनाव में सबसे पहले एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने आघाडी की तरफ से संभाजी को समर्थन देने की बात कही थी। हालांकि आघाडी में दूसरी सीट की दावेदारी शिवसेना के पास थी। ऐसे में संभाजी ने समर्थन के लिए शिवसेना से बात की, लेकिन वहां से पार्टी में शामिल होने की शर्त रख दी गई।

    इस वजह से बिगड़ा खेल!

    जिस पर राजे राजी नहीं हुए। बात नहीं बनने पर शिवसेना ने अपने दूसरे उम्मीदवार के रूप में कोल्हापुर के जिला अध्यक्ष संजय पवार को मैदान में उतार दिया। कहा यह भी जा रहा है कि संभाजी को आघाडी का समर्थन के लिए सबसे पहले एनसीपी अध्यक्ष पवार से मिलना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं करने की वजह से भी उनका खेल बिगड़ गया है। 

    शिवसेना की शर्त मंजूर नहीं

    संभाजी राजे ने कहा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उन्हें मातोश्री बुलाकर राज्यसभा चुनाव में मदद करने का भरोसा दिलाया था, लेकिन शिवसेना अध्यक्ष अपने वादे से मुकर गए। उन्होंने कहा कि शिवसेना के 2 सांसदों के माध्यम से मुझे पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया गया, जिसे मैंने खारिज कर दिया। राजे ने कहा कि मैं किसी बंधन में नहीं बंधना चाहता था। संभाजी ने कहा कि अगर वे राज्यसभा चुनाव लड़ते है तो हॉर्स ट्रेडिंग (विधायकों की खरीद-फरोख्त) के आसार बनेंगे इसी लिए उन्होंने इस चुनाव से बाहर होने का फैसला किया है। राजे ने कहा कि मेरे लिए सांसद का पद अहम नहीं है। मुझे मेरी जनता प्यार करती है, यही मेरी सबसे बड़ी ताकत है। 

    मैं शिवाजी महाराज का वंशज हूं और मेरा अपना गौरव है। ऐसे में मैंने हॉर्स ट्रेडिंग से बचने के लिए अपना नामांकन वापस ले लिया है। अब मैं महाराष्ट्र में स्वराज्य संगठन को मजबूत करने के लिए काम करूंगा।

    -संभाजी राजे, मराठा नेता

    बाकी दलों का पता नहीं, लेकिन कांग्रेस की इच्छा थी कि संभाजी राजे राज्यसभा का सदस्य बनें। राजे का राज्यसभा में न जाना दुखद है। यदि वे राज्यसभा में जाते तो महाराष्ट्र की शान अलग होती। हालांकि कांग्रेस का उनको समर्थन है।

    - नाना पटोले, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष