मुंबई: मुंबई महानगरपालिका आगामी चुनाव के पहले स्कूली बच्चों टैब (Tab) का गिफ्ट (Gift) देने जा रही है। शैक्षणिक वर्ष खत्म होने से पहले यह यह गिफ्ट बच्चों को दे दिया जाएगा। बीएमसी (BMC) के शिक्षा विभाग ने कक्षा 10 में पढ़ने वाले हिंदी, उर्दू और मराठी और अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने वाले छात्रों (Students) को 19,401 टैब खरीदने का फैसला किया है। विद्यार्थियों को टैब बांटने का प्रस्ताव बीएमसी स्थायी समिति (Standing Committee) की बैठक में पास कर दिया गया। एक टैब की खरीद पर बीएमसी 19,959 रुपए खर्च करेगी।
बीएमसी 2015 से ही बीएमसी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को टैब दे रही है। 2015 में बीएमसी की तरफ से खरीदे गए टैब की कीमत केवल 6850 रुपए थी। 2015 में खरीदे गए टैब की तुलना में इस वर्ष टैब की कीमत कई गुना अधिक रखी गई है। टैब खरीदने के लिए बीएमसी ने एज्युस्पार्क इंटरनेशनल प्रा. लि. को टैब का ठेका दिया है।
टैब की खासियत का उल्लेख नहीं
बीएमसी विद्यार्थियों को जो टैब देने जा रही है उसमें क्या खासियत है इसकी जानकारी प्रस्ताव में नहीं दी गई है। जैसे टैब का स्क्रीन साइज, बैटरी लाइफ, रैम, मेमोरी, इंटरनेट सुविधा, सॉफ्टवेयर वर्जन, लर्निंग सॉफ्टवेयर आदि का उल्लेख नहीं है। बीजेपी ने इसका विरोध करते हुए कहा कि टैब की गुणवत्ता, उसकी तकनीकी विशेषताओं और टैब कंपनी की जानकारी स्थायी समिति के साथ-साथ पूरे सदन को उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
बीजेपी ने टैब की कीमत पर सवाल उठाए
बीजेपी ने टैब की कीमत पर भी सवाल उठाए हैं। बीजेपी के स्थायी समिति सदस्य भालचंद्र शिरसाट ने कहा कि टैब की कीमत भी बहुत अधिक है इसलिए इसमें घोटाला होने की संभावना है। टैब की गुणवत्ता और उसके लिए देय राशि बाजार मूल्य से अधिक है। इसलिए इसकी जांच कराई जानी चाहिए है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उपयोग किए जा रहे टैब में कई समस्याएं और तकनीकी त्रुटियां सामने आई हैं। 2015 से अब तक कई शिक्षकों ने दिए गए टैब में बैटरी लाइफ कम होने की शिकायत की थी। शिक्षकों ने यह भी कहा कि सभी बच्चों के लिए टैब चार्ज करना मुश्किल था क्योंकि उन्हें स्कूल में रखा जाना था। ऐसे मामले भी थे जहां कई बच्चों ने टैब की मेमोरी से शैक्षिक सामग्री को हटा दिया। इसने टैब में शैक्षिक सामग्री की सुरक्षा पर सवाल उठ रहा है।
अगले महीने उपलब्ध होंगे टैब
छात्रों को दिया जाने वाला टैब मार्च 2022 में उपलब्ध करा दिए जाएंगे। शैक्षणिक वर्ष के अंत में ही दसवीं के छात्रों के पास टैब का उपयोग करने का समय रहेगा। कोविड के कारण टैब के लिए निविदा निकालने में देरी होने कारण यह स्थिति पैदा हुई है।
टैब खरीदने में घोटाले की बू आ रही है। 1015 में खरीदे गए टैब से तीन गुना अधिक कीमत पर टैब खरीदा जा रहा है। बच्चों को कोविड के समय जब पढ़ाई के लिए टैब की आवश्यकता थी तब टैब नहीं दिया गया। बोर्ड परीक्षा नजदीक आने पर टैब दिया जा रहा है। भाजपा सदस्यों को इस प्रस्ताव पर बोलने भी नहीं दिया गया। हमारी मांग है कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण टैब मिलना चाहिए। शिक्षा विभाग बिना प्लानिंग के काम कर रहा है।
-भालचंद्र शिरसाट, प्रवक्ता, भाजपा बीएमसी
वर्ष | टैब की कीमत | कुल खर्च |
2015 | 6850 | 15.6 करोड़ |
2017 | 10,000 | 7.8 करोड़ |
2022 | 19,959 | 39 करोड़ |