Vaccination
File Pic

    Loading

    सूरज पांडेय

    मुंबई : कोरोना (Corona) वायरस (Virus) का नए वेरिएंट (Variants) ओमिक्रोन (Omicron) सभी के चिंता (Worry) का सबब (Cause) बना है। इस वायरस से बचाव के लिए डॉक्टर (Doctor) और अन्य विशेषज्ञों ने राज्य सरकार से वैक्सीन के बूस्टर डोज लेने की अनुमति देने के लिए गुहार लगा रहे है। शहर के कई डॉक्टर बूस्टर डोज के समर्थन में हैं, तो कुछ ने इस संबंध में राज्य सरकार को पत्र भी लिखा है।

    कोरोना वायरस से बचाव के लिए बूस्टर डोज लेने को लेकर लोकसभा में भी आवाज बुलंद हुई है। हीरानंदानी अस्पताल के एमडी डॉ. सुजीत चटर्जी ने मुख्य सचिव और महानगरपालिका कमिश्नर को पत्र लिखकर  हेल्थकेयर वर्कर, बुजुर्गों और मरीजों को बूस्टर डोज देने के लिए अनुमति मांगी है। डॉ. चटर्जी ने बताया कि कुछ शोध में यह पता चला है कि बूस्टर डोज कोविड से चल रही लड़ाई में काफी मददगार है। हमारे पास बूस्टर डोज के लिए लोगों के काफी रिक्वेस्ट आ रहे है। ऐसे में हमनें निवदेन किया कि उक्त वर्ग के लोगों को बूस्टर देने की अनुमति दी जाए। बॉम्बे अस्पताल के फिजिशयन डॉ. गौतम भंसाली ने भी बूस्टर डोज देने की बात कही।

    बूस्टर खुराक लेने की सिफारिश की है

    उन्होंने कहा कि कोविड के कई वेरिएंट यूएस और ब्रिटेन में आ रहे है। उक्त देश अब भी इससे जूझ रहे हैं, ऐसे में बूस्टर डोज लोगों की इम्युनिटी बूस्ट करने और वायरस के नए स्ट्रेन से लड़ने में मददगार साबित हो सकता है। इसी बीच भारतीय सार्स-सीओवी-2 जेनेटिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) ने कहा कि 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर खुराक लेनी चाहिए। आईएनएसएसीओजी लैब ने अपनी साप्ताहिक बुलेटिन में 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर खुराक लेने की सिफारिश की है।

    क्षमता निर्माण होने की बात सामने आई है

    गौरतलब है, कि आईएनएसएसीओजी कोरोना के जीनोम वेरिएशंस की निगरानी के लिए सरकार द्वारा स्थापित राष्ट्रीय परीक्षण प्रयोगशालाओं का एक नेटवर्क है। ब्रिटेन में भी एक शोध में यह पता चला है कि कोविशिल्ड सहित अन्य 7 वैक्सीन की बूस्टर डोज लेने पर लोगों में जबरदस्त रोगप्रतिरोधक क्षमता निर्माण होने की बात सामने आई है।