मध्य रेलवे का नॉन फेयर रेवेन्यू हुआ 40.41 करोड़

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    मुंबई: यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ मध्य रेलवे (Central Railway) ने अपने गैर-किराया राजस्व (Non Fare Revenue) में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी की है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान गैर-किराया राजस्व वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान 20.92 करोड़ रुपए की तुलना में 40.41 करोड़ रुपए रहा है, जिसमें  93.16% की वृद्धि हुई। यह अब तक का सबसे अधिक गैर-किराया राजस्व है।

    डिजिटलीकरण (Digitization) की ओर कदम बढ़ाते हुए यात्रियों को बेहतर और आधुनिक सुविधाओं के लिए डिजी लॉकर सुविधा शुरू की गई है। इसके अलावा पर्सनल केयर सेंटर, ई-बाइक, ई-चार्जिंग पॉइंट आदि जैसे विभिन्न गैर-किराया राजस्व के माध्यम से रेलवे राजस्व में वृद्धि हुई है। मुंबई मंडल ने नई, अभिनव गैर-किराया राजस्व विचार योजना  के तहत सीएसएमटी, दादर और एलटीटी स्टेशनों पर डिजिटल स्मार्ट क्लोक रूम (डिजी लॉकर) सुविधा लागू की गई है।

    मध्य रेलवे में 560 डिजी लॉकर

    मध्य रेलवे में कुल 560 डिजी लॉकर हैं, जिनमें 300 सीएसएमटी, 160 दादर और 100 एलटीटी शामिल हैं। ये स्व-संचालित डिजिलॉकर यात्रियों के अनुकूल, उपयोग में आसान और संचालन में पारदर्शी हैं। प्रतिदिन औसतन 235 यात्री डिजी लॉकर का उपयोग करते हैं। अप्रैल-2021 से मार्च-2022 की अवधि के दौरान डिजी लॉकर्स ने 31.6 लाख रुपए की कमाई दर्ज की है। इससे सुरक्षित लॉकर और डिजिटल भुगतान सुविधा के माध्यम से बेहतर क्लॉक रूम सेवा प्रदान करने के साथ-साथ रेलवे के लिए पर्याप्त गैर-किराया राजस्व उत्पन्न करने में मदद मिली है।