Shinde Fadnavis Pawar
एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडनवीस-अजित पवार (डिजाइन फोटो)

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मुंबई: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) सीट बंटवारे को लेकर महायुति (Mahayuti) की तीनों पार्टियां नाराजगी दिखा रही हैं। इसलिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) समेत उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस (Devendra Fadnavis), अजित पवार (Ajit Pawar) की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच बुधवार रात मुख्यमंत्री शिंदे के वर्षा बंगले पर तीनों पार्टियों के नाराज लोगों को बुलाकर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की गई। इस समय रात साढ़े आठ बजे से आधी रात तक एक के बाद एक कई बैठकें हो रही हैं। 
आइए जानते है इस बैठकों में क्या हुआ है… 

मिली जानकारी के मुताबिक, पहली बैठक मुख्यमंत्री के वर्षा बंगले पर रात करीब साढ़े आठ बजे शुरू हुई। इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, अजित पवार की राज्य स्तरीय बैठक हुई है। बैठक दोपहर 1 बजे खत्म हुई। करीब दो घंटे से बैठक चल रही थी। इस बारे में सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में सीट आवंटन पर मुहर लग गई है। हालांकि, देखा गया कि इस साल कई राजनीतिक घटनाएं भी हुईं। ऐसे में चर्चा है कि वर्षा बांग्ला राजनीतिक केंद्र बन गया है। संभावना है कि  जल्द ही सीट बंटवारे को लेकर महायुति घोषणा कर सकता है। 

बैठक में क्या हुआ

सामने आई जानकारी के मुताबिक, रात करीब 8.30 बजे नासिक के मौजूदा सांसद और शिंदे गुट के नेता हेमंत गोडसे सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ दाखिल हुए। पहली मुलाकात हेमंत गोडसे और मुख्यमंत्री के बीच हुई। इस मुलाकात में गोडसे को समझाने की कोशिश की गई। यह भी कहा गया कि नासिक की सीट उन्हें मिलेगी। ऐसे में अब देखना होगा कि क्या नासिक गोडसे के हाथ लगता है या नहीं। 
 

रायगढ़ के असंतुष्ट विधायक

गोडसे से मुलाकात के बाद रायगढ़ के असंतुष्ट विधायकों के साथ सुनील तटकरे की भी बैठक हुई। इस बैठक में रायगढ़ के विधायकों को महायुति धर्म का पालन करते हुए तटकरे का समर्थन करने की सलाह दी गई। 
 
रायगढ़ में असंतुष्ट विधायकों के साथ बैठक के बाद हातकणंगले सीट को लेकर दर्शील माने के साथ बैठक हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने साहसी माने को शांत रहने की सलाह दी। 
 

सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र को लेकर चर्चा 

इसके बाद मंत्री उदय सामंत और एकनाथ शिंदे के बीच सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र को लेकर चर्चा हुई। इस बारे में बताया जा रहा है कि सिंधुदुर्ग सीट से किरण सामंत के नामांकन को लेकर सकारात्मक चर्चा हुई है। 
 

सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र को लेकर हुई बैठक के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विजय शिवतारे को मनाने की कोशिश की। इस मौके पर अजित पवार खुद भी बैठक में मौजूद थे। इस मौके पर अजित पवार और विजय शिवतारे की आमने-सामने चर्चा हुई। तो अब यह देखना अहम होगा कि शिवतरे इस बैठक के बाद क्या फैसला लेते हैं। 
 
राणा से नाराज अडसुल

महायुति द्वारा अमरावती सीट से नवनीत राणा का टिकट घोषित किये जाने से शिंदे गुट के आनंदराव अडसुल नाराज हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी अडसुल की नाराजगी दूर करने की कोशिश की। इस बारे में जानकारी मिल रही है कि इस दौरान कोई सकारात्मक चर्चा नहीं हुई। इसलिए आनंदराव अडसुल के चिर प्रतिद्वंद्वी अभिजीत अडसूल अमरावती से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ सकते हैं। 
 इस सीट को लेकर भी चर्चा 

भावना गवली को वाशिम-यवतमाल लोकसभा क्षेत्र से हटाए जाने की संभावना है। इसलिए भावना गवली सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ सीधे वर्षा बंगले में घुस गई थीं। मुख्यमंत्री की भावना गवली से सकारात्मक चर्चा हुई है। हालांकि, इस चर्चा के बाद भावना गवली की अगली भूमिका क्या होगी, इस पर संशय है।
 
ठाणे में नहीं समाधान 

इन सभी बैठकों के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और देवेंद्र फड़नवीस, एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे के साथ राज्य स्तरीय बैठक हुई। इस बैठक में असंतुष्ट सांसदों के बीच किस तरह से सहमति बन सकेगी, वहीं बताया जा रहा है कि सीट बंटवारे को लेकर भी अंतिम चर्चा हो चुकी है। साथ ही अप्रैल महीने में प्रदेश भर में कब और कहां प्रचार किया जा सकता है, इस पर भी चर्चा हुई। इस बैठक के बाद महागठबंधन की पहली सूची की घोषणा की जा सकती है। लेकिन साथ ही खबर है कि ठाणे लोकसभा क्षेत्र को लेकर कोई समाधान नहीं निकल पाया है।