solar eclipse
Representational Photo

    Loading

    मुंबई: इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) 30 अप्रैल को लगेगा। दिलचस्प बात यह है कि यह सूर्य ग्रहण वैशाख अमावस्या के दिन लगने जा रहा है, जिस दिन शनिवार (Saturday) भी है। शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्‍या को शनिचरी अमावस्‍या कहते हैं। 

    आमतौर पर भारत में सूर्य ग्रहण को धार्मिक दृष्टि से शुभ नहीं माना जाता है। यह सूर्यग्रहण भारत (India)में नहीं दिखाई देगा। वैज्ञानिकों के अनुसार, 30 अप्रैल के ग्रहण के दौरान सूर्य की बिम्ब का 64 प्रतिशत हिस्सा चंद्रमा से अवरुद्ध हो जाएगा।

    समय और स्थान

    30 अप्रैल को लगने जा रहा यह सूर्य ग्रहण मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा और सुबह 4 बजकर 7 मिनट पर खत्म होगा। 30 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण अटलांटिक, अंटार्कटिका, दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी-पश्चिमी हिस्से और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा, इस ग्रहण का अशुभ प्रभाव भी उन्हीं जगहों पर दिखाई देगा।

    ज्योतिषीय योग-संयोग 

    शनि अमावस्या के दिन 30 अप्रैल को प्रात: काल से ही प्रीति योग शुरू होगा, जो दोपहर 3:20 बजे तक रहेगा। उसके बाद से आयुष्मान योग प्रारम्भ होगा। अश्विनी नक्षत्र भी रात 8 बजकर 13 मिनट तक है। ये योग और नक्षत्र मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माने जाते हैं, इसलिए लोग शनि अमावस्या के दिन स्नान-दान और पूजा कर सकते हैं।

    क्या पड़ेगा प्रभाव? 

    सूर्यग्रहण का सबसे ज्यादा अशुभ प्रभाव अमेरिका में देखने को मिल सकता है। अमेरिका की साख पूरे विश्व में गिरेगी और रूस-यूक्रेन का युद्ध भी जल्द ही समाप्त हो सकता है। इसके साथ ही 15 मई तक देश में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल रह सकता है, लेकिन भारत की साख पूरे विश्व मे बढ़ेगी। 

    सूतक काल सूर्य ग्रहण के शुरू होने से 12 घंटे पहले से लग जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार सूतक काल के दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। भारत में यह सूर्यग्रहण दिखाई नहीं देगा। इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा।

    -ज्योतिषाचार्य पं. अतुल शास्त्री

    यह सूर्य ग्रहण मेष राशि में लग रहा है, इसलिए मेष राशि वालों को विशेष सावधान रहने की आवश्यकता है। मेष राशि के लिए जहां समय थोड़ा तनावपूर्ण रहेगा। वृषभ, कर्क, सिंह राशि वाले किसी अनजाने डर से भयभीत रहेंगे। वृश्चिक मकर, कुंभ मीन राशि पर शनि के कई अशुभ प्रभाव पड़ेंगे। धनु, तुला, मिथुन राशि वालों को शुभ फल प्राप्त होंगे। इसके साथ ही कन्या राशि वालों को ग्रहण का मिला जुला फल प्राप्त होगा। विशेषरूप से आम जनमानस को 12 राशियों के लिए ग्रहण का अशुभ प्रभाव लगभग 15 दिन तक ही रहता है, इसलिए भयभीत होने की कोई जरूरत नही है।

    -पं. आशीष कुमार तिवारी