मुंबई: गोरेगांव पुलिस (Goregaon Police) ने सीबीआई और पुलिस अधिकारी बनकर एक कारोबारी से रंगदारी वसूलने के आरोप में 4 ठगों को गिरफ्तार (Arrested) किया गया है। पुलिस ने इन आरोपियों की पहचान जीवन अहीर विपुल (52), गिरीश वलेचा (29), राहुल शंकर गायकवाड़ (43) और किशोर चाईबल (52) के रूप में की है। पुलिस ने इनके पास से करीब 5 लाख रुपए नकद और फर्जी पहचान पत्र (fake ID) बरामद किया है, वहीं उनके अन्य भागीदारों की भी तलाश की जा रही है।
गोरेगांव पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दत्तात्रेय थोपटे ने बताया कि 43 वर्षीय शिकायतकर्ता का गोरेगांव पश्चिम के उन्नत नगर में कार्यालय है। पुलिस को दिए उसके बयान के मुताबिक, उसे अपने कारोबार के लिए करीब 1.6 करोड़ रुपए के कर्ज की जरूरत थी। उनके एक परिचित ने उन्हें कौस्तुभ नाम के एक व्यक्ति के बारे में बताया जो उन्हें कर्ज दिला सकता था। कौस्तुभ ने कहा कि वह कमीशन के रूप में 5 लाख रुपए लेगा और ऋण किस्तों में दिया जाएगा। तय दिन 30 सितंबर को कौस्तुभ के साथ आए एक व्यक्ति को 5 लाख का एक बैग दिखाया, इसके बाद विपुल ने कैश बैग लिया और खुद को सीबीआई अधिकारी बताने लगा। इसके बाद ब्लैक स्कॉर्पियो में 4 और लोग आए और उनमें से दो ने भी कहा कि वे सीबीआई अधिकारी हैं।
पूछताछ में दो और आरोपियों के नाम आए सामने
आरोपियों ने व्यापारी से सवालों की बौछार शुरू कर दी, तभी एक आरोपी ने शिकायतकर्ता से कहा कि अगर उसने उन्हें 5 लाख रुपए दिए दे दें तो वे मामला खत्म कर सकते हैं। डरकर शिकायतकर्ता ने कैश वाला बैग उन्हें थमा दिया और वहां से निकल गया। व्यापारी जैसे ही बैग ठगों को थमाकर बाहर निकला वैसे ही स्कॉर्पियो को देखकर उसे लगा कि यह एक प्राइवेट नंबर है। उसने तुरंत अपने कर्मचारियों को सतर्क किया और उन्होंने दो लोगों को पकड़ लिया, जबकि अन्य भाग गए थे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और पुलिस ने दोनों से कड़ी पूछताछ की तो दोनों ने अन्य दो आरोपियों के नाम भी उगल दिए।