मुंबई: भारतीय रेल (Indian Railway) के इंजन में जल्द ही बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। विशेष कर पहाड़ी इलाकों में चलने वाली हेरिटेज ट्रेनों (Heritage Trains) को हाइड्रोजन प्रोपेल्ड इंजन से चलाने की योजना बनाई गई है। इसकी शुरुआत मध्य रेलवे (Central Railway) के माथेरान (Matheran) में चलने वाली हेरिटेज टॉय ट्रेन (Heritage Toy Train) से हो सकती है। बताया गया है कि ‘ब्लैक ब्यूटी’ के रूप में प्रसिद्ध पुराने भाप के इंजन की लुक वाले हाइड्रोजन प्रोपेल्ड इंजन का उपयोग जल्द ही शुरू होगा।
हाइड्रोजन प्रोपेल्ड लोकोमोटिव हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाला पर्यावरणपूरक इंजन होगा। यह ‘ब्लैक ब्यूटी’ का ‘ग्रीन अवतार’ होगा। इसका पहले उपयोग माथेरान के अलावा हेरिटेज ट्रेन रूट में कांगड़ा रेलवे, बिलमोरा वाघई, महू पातालपानी और मारवाड़ देवगढ़, कालका-शिमला रेलवे, दार्जिलिंग हिल्स, नीलगिरि माउंटेन रेल मार्ग पर होगा। यदि सब कुछ योजना के मुताबिक रहा, तो मुंबईकर जल्द ही माथेरान हिल रेलवे पर पारदर्शी विस्टाडोम कोचों के साथ प्राकृतिक सौंदर्य को देख पाएंगे। हाइड्रोजन इंजन विंटेज हॉर्न से लैस होगा। हेरिटेज सेक्टर में ट्रेनों को अब भी पारंपरिक कोयले और डीजल लोको इंजनों द्वारा खींचा जाता है।
द गोल्डन रॉक्स वर्कशॉप में तैयार
बताया गया है कि हाइड्रोजन प्रोपेल्ड इंजन तमिलनाडु में रेलवे के द गोल्डन रॉक्स वर्कशॉप में तैयार किया जाएगा। अजमेर में भी वर्कशॉप को इस तरह की सुविधाओं से लैस किया जा सकता है। वर्कशॉप में स्टीम इंजन के प्रोटोटाइप मॉडल को आकार दिया जा रहा है।
वाणिज्यिक उपयोग भी
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, साल के अंत तक वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए हाइड्रोजन प्रोपेल्ड इंजन का इस्तेमाल किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि इस समय जर्मनी, फ्रांस, चीन जैसे चुनिंदा देश ही हाइड्रोजन इंजन का निर्माण कर रहे हैं, भारत भी जल्द इस श्रेणी में शामिल हो जाएगा।