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मुंबई: मीठी नदी के विस्तारीकरण में बाधक बन रहे धारावी के राजीव गांधी नगर (Rajiv Gandhi Nagar) के अयोग्य झुग्गियों (Ineligible Slum) को भी धारावी (Dharavi) के पुनर्वसन (Rehabilitation) प्रोजेक्ट में जगह दी जाएगी। इससे राजीव गांधी नगर के निवासियों में खुशी का माहौल है, हालांकि जब तक बीएमसी का नोटिफिकेशन नहीं मिल जाता लोगों में असमंजस भी बरकरार है।
 
 
अयोग्य घोषित हुई 990 झुग्गियों में से 671 झुग्गियां
धारावी के राजीव गांधी नगर का निर्माण मीठी नदी के किनारे और कुछ तो बिल्कुल नदी के छोर पर ही बने हुए हैं, मीठी नदी के विस्तारीकरण, में उसे चौड़ा करने, गहरा करने और सुशोभीकरण के लिए मनपा ने झुग्गियों के पुनर्वसन के लिए योग्य और अयोग्य झुग्गियों की सूची तैयार करने के लिए दो महीने पहले नोटिस जारी किया था कि झुग्गियों के सभी कागजात बीएमसी कार्यालय में जमा करवाए जाएं।सभी के कागजात जमा करने के बाद सर्वे में 990 झुग्गियों में से 671 झुग्गियों को अयोग्य घोषित किया गया तथा मीठी नदी विस्तारीकरण प्रोजेक्ट के अंतर्गत तत्काल उनको तोड़ेने का नोटिस जारी किया गया।  
 
 
हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारी
राजीव गांधी नगर पर कार्रवाई को रोकने के लिए भारतीय शेतकरी कामगार पक्ष ने बीएमसी और डी आर पी (DRP) के विरोध में प्रदर्शन किया। शेकाप नेता साम्य राजेंद्र कोरडे, एडवोकेट राजेंद्र कोरडे, अख्तर हुसैन रंगरेज और अन्य लोगों के साथ राजीव गांधी नगर की जनता ने प्रोटेस्ट किया। प्रदर्शनकारियों को बांद्रा जाने के पहले ही अलग अलग इलाकों पर पुलिस ने रोक लिया। धारावी पुलिस और शाहुनगर पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया, हालांकि देर रात सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
 
रंग लाई आमरण अनशन की चेतावनी 
भारतीय शेतकरी कामगार पक्ष की नेता साम्य राजेंद्र कोरडे ने राजीव गांधी नगर के अयोग्य झुग्गियों को डी आर पी (Dharavi Redelopment Project) प्रोजेक्ट के अंतर्गत पुनर्वसन में लाने की मांग करते हुए आमरण अनशन करने की चेतावनी दी। उसके बाद डी आर पी ने एक नोटिफिकेशन निकालकर महानगरपालिका जी उत्तर विभाग को पत्र लिख कर राजीव गांधी नगर के 671 अयोग्य झुग्गियों का भी पुनर्वसन धारावी में ही करने की बात कही। हालांकि अभी तक बीएमसी ने नोटिफिकेशन का जवाब डी आर पी को नही दिया है। इसके बावजूद लोगों में खुशी देखी जा सकती है।