मुंबई: राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार (CM Eknath Shinde Govt) फ्लोर टेस्ट (Floor Test) में पास (Pass) हो गयी है। विश्वास मत हासिल करने के दौरान मुख्यमंत्री ने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) गुट को एक और झटका दिया है। जालना जिले के शिवसेना विधायक संतोष बांगड़ ने सरकार के समर्थन में वोट दिया। वोटिंग के समय 20 विधायक गैरहाजिर थे। जिसमें कांग्रेस के अशोक चव्हाण और विजय वडेट्टीवार का नाम शामिल है। एकनाथ शिंदे सरकार को कुल 164 वोट मिले, जबकि विरोध में सिर्फ 99 विधायकों ने मतदान किया। समाजवादी पार्टी और एमआईएम के 3 विधायक वोटिंग के समय तटस्थ रहे।
विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन बीजेपी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और शिवसेना के शिंदे गुट के प्रमुख प्रतोद भरत गोगावले ने विधानसभा में शिंदे सरकार के लिए बहुमत का प्रस्ताव रखा। पक्ष में 164 और 99 विधायकों ने सरकार के खिलाफ वोट किया। सोमवार को विधानसभा बहुमत परीक्षण में 20 विधायक अनुपस्थित रहे।
सपा के विधायक तटस्थ रहे
बहुमत परीक्षण के दौरान समाजवादी पार्टी के अबू आजमी और रईस शेख तटस्थ रहे। एमआईएम के फारूक अनवर ने भी मतदान में हिस्सा नहीं लिया। एनसीपी के नवाब मलिक और अनिल देशमुख जेल में हैं इसलिए वे विश्वास मत के लिए वोटिंग में शामिल नहीं हो पाए। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और पूर्व मंत्री विजय वडेट्टीवार सहित कम से कम चार विधायक सोमवार को सुबह 11 बजे शुरू हुए बहुमत परीक्षण सत्र में अनुपस्थित रहे। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे भी आखिरी मौके पर सदन में पहुंचे। ठाकरे जब आए तब विधानसभा सदन का गेट बंद हो रहा था।
एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए संतोष बांगड़
जालना जिले के विधायक संतोष बांगड़ रविवार तक उद्धव ठाकरे के साथ थे, लेकिन सोमवार सुबह एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए। जिससे शिवसेना से अलग होने वाले विधायकों की संख्या बढ़कर 40 हो गई। रविवार को हुए विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को 164 वोट मिले थे, जबकि शिवसेना के उम्मीदवार राजन सालवी को 107 वोट मिले थे। विश्वास मत के लिए वोटिंग में आंकड़ा बदल गया।